- 24/09/2025
रिश्वतखोर TI पर कार्रवाई: छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करने 30000 की वसूली, आरोपी से भी ले लिए 20000, शिकायत पर SSP ने लिया सख्त एक्शन

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तखतपुर थाने में थाना प्रभारी (TI) अनिल अग्रवाल पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। एक महिला से छेड़छाड़ व लूटपाट की शिकायत दर्ज करने के नाम पर 30 हजार रुपये वसूलने और आरोपी से मुचलका जमानत के बदले 20 हजार रुपये लेने का मामला सामने आया है। शिकायत मिलते ही एसएसपी रजनेश सिंह ने टीआई अग्रवाल को कड़ी फटकार लगाई, उन्हें लाइन अटैच कर दिया और महिला को पैसे लौटाने का आदेश दिया। उनकी जगह विवेक पांडेय को तखतपुर थाने का प्रभार सौंपा गया है।
पूरा मामला: छेड़छाड़ की शिकायत पर रिश्वत की मांग
तखतपुर क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने अपने साथ हुई छेड़छाड़ व लूटपाट की घटना की शिकायत थाने में दर्ज कराने की कोशिश की। महिला के पति ने बताया कि जब वे शिकायत लेकर तखतपुर थाने पहुंचे, तो टीआई अनिल अग्रवाल ने एफआईआर दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया। निराश होकर पीड़ित पक्ष ने एक युवक (दलाल) के माध्यम से टीआई से संपर्क किया।
दलाल के जरिए टीआई अग्रवाल ने केस दर्ज करने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की। पीड़ित ने एडवांस में 10 हजार रुपये दे दिए, उसके बाद ही एफआईआर दर्ज हुई। बाकी 20 हजार रुपये बाद में वसूल लिए गए। लेकिन एफआईआर में केवल छेड़छाड़ की धाराएं लगाई गईं, जबकि लूटपाट से जुड़ी कोई धारा नहीं जोड़ी गई। इससे केस कमजोर साबित हुआ।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार तो किया, लेकिन टीआई अग्रवाल ने मुचलका जमानत के नाम पर आरोपी से 20 हजार रुपये वसूल लिए और उसे थाने से ही छोड़ दिया। इसकी भनक लगते ही पीड़ित दंपति एसएसपी कार्यालय पहुंचे और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई।
एसएसपी की सख्ती: फटकार, लाइन अटैच और पैसे लौटाने का आदेश
शिकायत मिलते ही एसएसपी रजनेश सिंह भड़क गए। उन्होंने मामले की तत्काल जांच कराई, जिसमें वसूली की पुष्टि हुई। नाराज एसएसपी ने टीआई अग्रवाल को जमकर फटकार लगाई और दो टूक चेतावनी दी कि पीड़ित महिला को तुरंत उसके 30 हजार रुपये लौटा दें। घबराए टीआई ने फौरन पैसे लौटा दिए।
एसएसपी ने कहा, “पुलिस का कर्तव्य पीड़ितों की मदद करना है, न कि उनकी मुश्किलें बढ़ाना। ऐसी अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” जांच पूरी होने के बाद टीआई अग्रवाल को लाइन अटैच कर दिया गया। अब विवेक पांडेय को तखतपुर थाने का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
टीआई अग्रवाल का पुराना इतिहास: पहले भी रिश्वत व वसूली के आरोप
निरीक्षक अनिल अग्रवाल का यह पहला काला अध्याय नहीं है। इससे पहले वे सिविल लाइन्स थाने में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) थे, जहां मिट्टी तेल चोरी के आरोपी को थाने से छोड़ने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगा था। उस मामले में विभागीय जांच चली, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया।
निरीक्षक बनने के बाद उनकी पोस्टिंग फिर बिलासपुर जिले में हुई। पहले बेलगहना चौकी, फिर कोटा थाने का प्रभार मिला। कोटा थाने में भी अवैध वसूली के आरोप लगे, जिस पर एसएसपी ने उन्हें हटा दिया था। अब तखतपुर में दोहराए गए इस कृत्य से विभाग में हड़कंप मच गया है।
पीड़ितों की मांग: कड़ी कार्रवाई हो
महिला ने बताया, “टीआई ने न केवल हमारी शिकायत कमजोर की, बल्कि आरोपी को पैसे लेकर छोड़ भी दिया। हम न्याय चाहते हैं।” उसके पति ने कहा कि आरोपी के खिलाफ लूटपाट की धाराएं जोड़ी जाएं और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त एक्शन लिया जाए। एसएसपी ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने पर उचित कार्रवाई होगी।