• 28/07/2022

BREAKING : अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, सीएम ने दिया विपक्ष के सभी आरोपों का जवाब, कहा- काम करते समय त्रुटि हो सकती है लेकिन नीयत में खोट नहीं

BREAKING : अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, सीएम ने दिया विपक्ष के सभी आरोपों का जवाब, कहा- काम करते समय त्रुटि हो सकती है लेकिन नीयत में खोट नहीं

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रायपुर। भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया है। अविश्वास प्रस्ताव पर लगभग 13 घंटे बहस चली। इस दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जमकर तीखी नोंक झोक हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष के एक-एक आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक विज्ञापन के 218 करोड़ का भुगतान किया इसमें से 100 करोड़ रुपए पूर्व सरकार के विज्ञापन कि देनदारी थी। कहा गया कि गौधन न्याय योजना में विज्ञापन पर 120 करोड़ रुपये खर्च किये गये जबकि वास्तविकता यह है कि वर्ष 2020-21 में 7.44 करोड़ और वर्ष 2021-22 में 2.66 करोड़ अर्थात् दोनों वर्षों के व्यय को मिलाकर केवल कुल 10 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च किए गए ।

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उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का स्लोगन लेकर चल रही है। हमने किसानों, राज्य के लोगों का भला करने के लिए क़र्ज़ लिया । हम व्यक्ति को केंद्र में रखकर योजना बना रहे हैं। स्वास्थ्य , शिक्षा , रोज़गार , सुपोषण को ध्यान में रखकर काम कर रहे है। दो वर्ष कोरोना के बावजूद शिक्षा , रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराये। हर घर को नल से जल देने की योजना है, हम पहले जल की व्यवस्था कर रहे हैं नरवा प्रोजेक्ट के जरिए जल संरक्षण कर रहे हैं ताकि सतही जल का उपयोग हो सके। हमने हाट बाज़ार क्लिनिक योजना शुरू की और शहर में स्लम स्वास्थ्य योजना बनाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में आत्मानंद स्कूल की माँग है। 27 विधानसभा का दौरा किया है मैंने…आदिवासी क्षेत्रों में बैंक की माँग है।
आम जनता की माँग है बैंक खोलने के लिए..क्योंकि अब लोगों को पैसा मिल रहा है। अब लोगों को पैसे मिलने लगा है। आदिवासी अंचल की समूह की महिलाएं सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रख रही है काम भी मिल रहा है और सम्मान भी मिल रहा है।
विकास, विश्वास और सुरक्षा का मंत्र राजनांदगाँव से राजहरा, अंतागढ़, नारायणपुर तक सड़के बन रही है।

सीएम ने कहा किनक्सली अब पलायन कर रहे हैं। नक्सली 14 ज़िले में थे.. नक्सल समस्या हमको विरासत में मिली थी। आज किसानो के बारे में कह रहे हैं.. हमने कहाँ हम किसानो का पूरा धान ख़रीदेंगे चाहे केंद्र से राशि मिले या न मिले। केंद्र सरकार राशि दे या नहीं दे। चावल खरीदे या नहीं खरीदे हम किसानों से धान समर्थन मूल्य में खरीदेंगे। हमने जो वादा किया वह निभाया है । विपरीत परिस्थितियों के बाद भी रकबा में वृद्धि हुई किसानों की संख्या में वृद्धि हुई। बड़े-बड़े किसान खेती छोड़ चुके थे वह खेती की ओर फिर से मुड़ गए हैं। 30 लाख हेक्टर का पंजीयन हो रहा है।हमारी कोशिश है कि यहाँ के किसानो और मज़दूरों के जीवन में बदलाव आए। गाँव में लोग ख़ाली बैठे थे , पहले क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है. बड़े बड़े किसान और खेती छोड़ चुके थे लेकिन आज सब फिर से किसानी से जुड़ रहे है। लोग गाँव छोड़कर शहर बसने लगे थे।

उन्होंने कहा कि जब से हमने खेती को लाभकारी बनाया है.. रिवर्स मायग्रेशन होने लगा है और आज हमारे गाव बौद्धिक सम्पदा से भरपूर हो रहा है। आज आम जनता अपने मुख्यमंत्री से सीधे बात कर सकती है। हमने छत्तीसगढ़िया का आत्मबल बढ़ाया। हम गढ़ रहे हैं नवा छत्तीसगढ़
राज्य कि 58 में से 52 कोयला खदाने SECL के पास है । अनियमितता का पता चलते ही हमने कार्यवाही की।  काम करते समय त्रुटि हो सकती है , लेकिन हमारी नीयत में कोई खोट नहीं है। आदिवासी कला ,आदिवासी संस्कृति सभी को हम सुरक्षित और संरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।

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