- 26/08/2024
Breaking: महादेव ऐप की जांच CBI के हवाले, सरकार ने नोटिफिकेश किया जारी


छत्तीसगढ़ सरकार ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप महादेव बुक मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। राज्य के अलग-अलग थानों में इस मामले में 70 केस दर्ज हैं। इन सभी मामलों को सीबीआई को सौंप दिया गया है। अब सीबीआई इस पूरे मामले की जांच करेगी। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सभी थानों में दर्ज केस को सीबीआई को सौंप दिया गया है। इस मामले में अब कठोरता के साथ कार्यवाही की जाएगी और विदेशो में जो लोग है उनको लाने की कोशिश होगी।
इस मामले में प्रदेश के कई बड़े रसूखदार नेता, पुलिस और प्रशासन के सीनियर अफसर और कारोबारियों के नाम शामिल है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच चल रही है। सूबे में बीजेपी की सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने भी मामले में केस दर्ज किया था।
ईडी महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। ईडी ने इस मामले में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और ओएसडी रहे मनीष बंछोर और आशीष वर्मा के ठिकानों पर दबिश दी थी। इस मामले में महादेव बुक ऐप के एक प्रमोटर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये देने का सनसनीखेज आरोप भी लगाया था।
मामले में ईडी ने आरोप लगाया था कि महादेव बुक के प्रमोटर ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए हैं। ईडी ने अपनी चार्जशीट में भी भूपेश बघेल के नाम का जिक्र किया था। ईडी ने अपने बयान में बताया था कि महादेव बुक के प्रमोटरों की पहुंच तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय तक थी। आरोपी प्रोटेक्शन मनी के रुप बड़े रसूखदार नेताओं और अफसरों को हर महीने एक बड़ी रकम रिश्वत के रुप में देते थे।
इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार एक एएसआई का ईडी को दिया गया लिखिते बयान भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। जिसमें राज्य के कई आईपीएस अफसर, तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े हुए अफसरों और प्रभावशाली नेताओं के नाम शामिल थे।
महादेव बुक मामले में कई बॉलीवुड स्टारों के नाम भी सामने आए थे। जिनमें से कुछ को ईडी ने तलब भी किया था।