- 18/09/2025
हाईकोर्ट की फटकार: छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स और रीएजेंट की कमी पर सरकार को फटकार, मांगा जवाब

छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स की सप्लाई और रीएजेंट की कमी के मामले में हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका पर सुनवाई की और राज्य सरकार से जवाब तलब किया है।
सुनवाई के दौरान शासन की ओर से बताया गया कि सभी खराब और जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स को वापस मंगा लिया गया है। साथ ही, रीएजेंट की खरीदी अब सीधे खुले बाजार से की जा रही है ताकि मरीजों के इलाज में किसी तरह की बाधा न आए।
यह मामला तब सामने आया जब महासमुंद मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में 50 से अधिक सर्जिकल ब्लेड्स जंग लगे पाए गए। नर्सिंग स्टाफ ने इसकी लिखित शिकायत अस्पताल अधीक्षक को की थी, जिसमें इन्हें मरीजों के लिए जानलेवा बताया गया। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस गंभीर मामले का स्वतः संज्ञान लिया।
प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों, खासकर बिलासपुर जिला अस्पताल में रीएजेंट की कमी की शिकायतें भी सामने आई थीं। इस पर छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससीएल) ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि जरूरी सामग्री की आपूर्ति के लिए अब खुले बाजार से खरीदी की जा रही है, जिससे जांच और इलाज में कोई रुकावट न आए।
हाईकोर्ट ने सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई में सरकार को अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश करनी होगी। यह मामला प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और आपूर्ति व्यवस्था पर सवाल उठाता है।