- 06/08/2022
कलेक्टर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव, जनसंपर्क अधिकारियों से दुर्व्यवहार का आरोप, सीएम से की कार्रवाई की मांग
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक कलेक्टर के खिलाफ जनसंपर्क अधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही संघ ने बैठक कर कलेक्टर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है।
संघ का आरोप है कि 3 अगस्त को सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने अपने चेंबर में सहायक संचालक दर्शन सिंह सिदार और सहायक सूचना अधिकारी सुखसागर वारे को बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया है। आरोप है कि कलेक्टर ने एक समाचार को लेकर दोनों को डांट-फटकार लगाई और गाली-गलौच करते हुए अमर्यादित व्यवहार किया। कलेक्टर ने कहा कि जनसम्पर्क अधिकारी केवल मुख्यमंत्री का ही प्रचार-प्रसार करते हैं। आप लोग कलेक्टर का पावर नहीं जानते हो, अगर कलेक्टर को गुस्सा आ गया तो यहां दिखाई नहीं दोगे। इसके साथ ही कलेक्टर ने जनसंपर्क अधिकारी को एसडीएम कार्यालय अटैच कर दिया।
मामले में जनसंपर्क अधिकारी संघ ने कलेक्टर कुंदन कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस मामले में तुरंत संज्ञान लेकर कलेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इसके साथ ही संघ ने कहा है कि नियम विरूद्ध किए गए जनसम्पर्क अधिकारी का संलग्नीकरण भी तत्काल निरस्त करें।
छत्तीसगढ़ जनसम्पर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष बालमुकुंद तंबोली ने कहा है कि कलेक्टर द्वारा जनसम्पर्क अधिकारियों के साथ अमर्यादित व्यवहार और मुख्यमंत्री के ही प्रचार-प्रसार के औचित्य पर प्रश्न उठाना अत्यंत खेद जनक है।तंबोली ने बताया कि जनसम्पर्क कार्यालय अम्बिकापुर में पदस्थ दोनों ही अधिकारी अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हैं। ऐसी स्थिति में कलेक्टर सरगुजा द्वारा अधिकारियों से अमर्यादित व्यवहार असंवैधानिक और राज्य सरकार की रीति-नीति के भी विपरीत है।
अध्यक्ष तंबोली ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनसम्पर्क विभाग के भार साधक मंत्री भी हैं। समस्त शासकीय कार्यों और योजनाओं का प्रचार-प्रसार मुख्यमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में ही किया जाता है। यह प्रतीत होता है कि सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार व्यक्तिगत प्रचार-प्रसार के आदी हैं।
तंबोली ने यह भी कहा कि जनसम्पर्क अधिकारी सोकर उठते ही सुबह से अपने काम में लग जाते हैं। गर्मी, सर्दी, बरसात से लेकर होली, दीपावली, तीज, त्यौहार सभी अवकाश के दिनों में भी पूरी निष्ठा और कर्मठता से शासन के प्रचार-प्रसार का काम करते हैं। कलेक्टर सरगुजा का इस तरह का अशोभनीय और अमर्यादित व्यवहार कर्मठ अधिकारियों के मनोबल को गिराने वाला और उन्हें हतोत्साहित करने वाला है।
बैठक में संघ के संरक्षक उमेश मिश्रा, संजीव तिवारी, उपाध्यक्ष पवन गुप्ता, हीरा देवांगन, सचिव राजेश श्रीवास, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत कोसरिया, कार्यकारिणी सदस्य सौरभ शर्मा, सचिन शर्मा, नितिन शर्मा, कमलेश साहू, पाराशर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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