• 23/04/2025

बड़ी खबर: थल-जल और वायु सेनाओं को तैयार रहने के निर्देश, इस्लामाबाद में बंद किया जाएगा दूतावास, पाकिस्तानी राजनयिकों को भी भेजेंगे वापस, सिंधु जल समझौता रद्द करने की तैयारी

बड़ी खबर: थल-जल और वायु सेनाओं को तैयार रहने के निर्देश, इस्लामाबाद में बंद किया जाएगा दूतावास, पाकिस्तानी राजनयिकों को भी भेजेंगे वापस, सिंधु जल समझौता रद्द करने की तैयारी

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार, सरकार पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध खत्म करने और सिंधु जल समझौते (इंडस वाटर ट्रीटी) को रद्द करने की दिशा में कदम उठा सकती है। इस बीच, रक्षा मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय बैठक में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की।

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पहलगाम हमले ने हिलाया देश

मंगलवार दोपहर पहलगाम के बैसरन इलाके में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में यूएई और नेपाल के पर्यटक, दो स्थानीय नागरिक और अन्य भारतीय शामिल हैं। 13 लोग घायल हुए। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर का सबसे घातक आतंकी हमला है।

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रक्षा मंत्रालय की बैठक में सख्त निर्देश

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार सुबह नई दिल्ली में आपात बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बैठक में पहलगाम हमले के बाद की स्थिति, खुफिया जानकारी और जवाबी कार्रवाई पर चर्चा हुई। सेना को कश्मीर में तलाशी अभियान तेज करने, नौसेना को तटीय निगरानी बढ़ाने और वायुसेना को हेलीकॉप्टरों से हवाई निगरानी करने के निर्देश दिए गए। दिल्ली, मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है।

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पाकिस्तान पर कूटनीतिक और रणनीतिक दबाव

सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार पहलगाम हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से जोड़कर देख रही है। सरकार ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध खत्म करने और इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग को बंद करने पर विचार शुरू कर दिया है। साथ ही, 1960 के सिंधु जल समझौते को रद्द करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा हो रही है, जिसके तहत भारत पाकिस्तान को सिंधु नदी की सहायक नदियों का पानी उपलब्ध कराता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पाकिस्तान को आतंकवाद का हिसाब देना होगा। भारत अब हर मोर्चे पर जवाब देगा।”

रक्षा मंत्री का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले को “कायरतापूर्ण” करार देते हुए कहा, “पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या आतंकवादियों और उनके समर्थकों की हताशा दिखाती है। भारत इसका माकूल जवाब देगा। हमारी सेनाएं हर चुनौती के लिए तैयार हैं।” उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

CCS बैठक में होंगे बड़े फैसले

पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा रद्द कर भारत लौटने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर आपात बैठक की थी। आज दोपहर 11 बजे पीएम मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक करेंगे, जिसमें राजनयिक और सैन्य कार्रवाइयों पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदमों पर भी विचार हो सकता है।

सुरक्षा बलों का ऑपरेशन तेज

पहलगाम में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान में दो आतंकियों को मार गिराया है, और बाकियों की तलाश जारी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हमले की जांच शुरू कर दी है। कश्मीर घाटी में अतिरिक्त सैनिक तैनात किए गए हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया

हमले की अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने निंदा की है। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर आतंकवाद के खिलाफ भारत को समर्थन देने का वादा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अमेरिका साथ है।”

जम्मू में बंद, जनता में आक्रोश

हमले के विरोध में जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने जम्मू बंद का ऐलान किया, जिसे नेशनल कॉन्फ्रेंस और अन्य संगठनों का समर्थन मिला। सोशल मीडिया पर #Balakot2 और #IndiaFightsTerror ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

पहलगाम हमला भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक बड़े बदलाव का कारण बन सकता है। रक्षा मंत्रालय और सरकार की नजर स्थिति पर बनी हुई है, और आने वाले घंटों में निर्णायक कदमों की उम्मीद है।