• 22/09/2025

जनता के नाम PM मोदी का पैगाम, संबोधन के बाद अब लिखा पत्र, जानें क्या कुछ कहा?

जनता के नाम PM मोदी का पैगाम, संबोधन के बाद अब लिखा पत्र, जानें क्या कुछ कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (22 सितंबर, 2025) को जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद देश की जनता के नाम एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने नवरात्रि की शुरुआत पर बधाई देते हुए ‘जीएसटी बचत उत्सव’ की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि ये त्योहार सभी के जीवन में सुख और समृद्धि लाए।

पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा पत्र में कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, आपको और आपके परिवार को शक्ति की उपासना के पर्व नवरात्रि की शुभकामनाएं। इस साल त्योहारों में हमें एक और उपहार मिला है। आज से अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू हो गए हैं, जिसके साथ पूरे देश में ‘GST बचत उत्सव’ शुरू हो गया है।” उन्होंने बताया कि ये रिफॉर्म्स किसानों, महिलाओं, युवाओं, गरीबों, मध्यम वर्ग, व्यापारियों और लघु उद्योगों को लाभ पहुंचाएंगे।

नई जीएसटी दरें: आम आदमी को राहत

पीएम ने कहा कि नए जीएसटी रिफॉर्म्स की खासियत है कि अब मुख्य रूप से दो स्लैब (0% और 5%) रह गए हैं। रोजमर्रा की जरूरी चीजें जैसे खाना, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट अब टैक्स-फ्री या 5% स्लैब में आएंगी। इसके अलावा, घर बनाने, गाड़ी खरीदने, बाहर खाने या छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना आसान होगा। हेल्थ इंश्योरेंस पर जीएसटी को शून्य कर दिया गया है।

टैक्स जंजाल से मुक्ति

पीएम ने 2017 में शुरू हुई जीएसटी यात्रा को याद करते हुए कहा, “तब देश को अनेक टैक्स और टोल के जंजाल से मुक्ति मिली थी, जो ग्राहकों और व्यापारियों के लिए राहत लेकर आई। अब ये नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म्स सिस्टम को और सरल बनाएंगे, जिससे दुकानदारों और लघु उद्योगों को और सुविधा होगी।” उन्होंने दुकानदारों द्वारा ‘पहले और अब’ के बोर्ड लगाने की पहल की तारीफ की।

आर्थिक सशक्तिकरण

पीएम ने बताया कि पिछले 11 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और एक नया मध्यम वर्ग तैयार हुआ है। 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स माफी और नए जीएसटी रिफॉर्म्स से देशवासियों को सालाना लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने कहा, “नागरिक देवो भवः हमारा मंत्र है, और हम मध्यम वर्ग को मजबूत कर रहे हैं।”

आत्मनिर्भर भारत का संकल्प

पीएम ने 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता के लिए स्वदेशी को जीवन का हिस्सा बनाना जरूरी है। उन्होंने अपील की, “जो सामान भारतीय श्रमिकों और कारीगरों की मेहनत से बना हो, उसे खरीदें। इससे रोजगार बढ़ेगा। दुकानदारों से भी स्वदेशी सामान बेचने की अपील है।”

नवरात्रि और ‘जीएसटी बचत उत्सव’

अंत में पीएम ने कहा, “आइए गर्व से कहें, ये स्वदेशी है। आपकी बचत बढ़े, सपने पूरे हों और त्योहारों की चमक बढ़े—यही मेरी कामना है। एक बार फिर नवरात्रि और ‘GST बचत उत्सव’ की शुभकामनाएं।”