- 03/05/2022
ख़ास-ख़बर : ‘अक्ति’ से CM भूपेश बघेल को शक्ति, ‘माटी पूजन’ के साथ मिशन-2023 का आगाज़
रायपुर। आज अक्षय तृतीया है। इसे छत्तीसगढ़ में लोक पर्व ‘अक्ति’ के तौर पर मनाया जाता है। आज के दिन से खेती-किसानी की शुरुआत भी हो जाती है। किसान आज के दिन माटी पूजा करते हैं। अक्ति पर्व को बहुत ही शुभ तिथि माना जाता है। आज के दिन किसी कार्य का आगाज़ करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस शुभ दिन से मिशन-2023 का आगाज़ करने जा रहे हैं। शुरुआत माटी पूजा से होगी। मुख्यमंत्री होने से पहले भूपेश बघेल एक किसान हैं। किसान होने के नाते खेती-किसानी और लोक पर्व की महत्ता बखूबी समझते हैं।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोक पर्वों को महापर्वों में बदलने की एक बेहतरीन कोशिश भी की है। लोक से जुड़ाव के साथ वे ख़ुद को आम लोगों के साथ जोड़े रखना चाहते हैं।
इसलिए उन्होंने अपने मिशन-2023 की शुरुआत अक्ति से की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के खेत में ठाकुरदेवता की पूजा अर्चना कर खेती-किसानी के नये कामों की शुरुआत की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री ने माटी पूजन के दौरान सबसे पहले कोठी से अन्न लेकर ठाकुर देव को अर्पित किया। यहां परम्परागत तौर पर उन्होंने अन्न के दोने को बैगा को सौंपा। इस अन्न को ठाकुर देव के सामने रखकर अन्न पूजा की क्रिया को सम्पन्न किया गया। इस अन्न दोने से बीजहा लेकर खेत में बीजारोपण किया जाएगा।