• 30/12/2023

विनेश फोगाट ने भी लौटाया अवॉर्ड, पुलिस ने रोका तो कर्तव्य पथ पर छोड़ा खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड

विनेश फोगाट ने भी लौटाया अवॉर्ड, पुलिस ने रोका तो कर्तव्य पथ पर छोड़ा खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड

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भारतीय कुश्ती की दुनिया में उठा बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बजरंग पूनिया के बाद आज महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी बड़ा कदम उठाते हुए अपना अवार्ड वापस कर दिया। विनेश फोगाट सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड करने पीएमओ जा रही थीं। लेकिन पुलिस ने उन्हें कर्तव्यपथ पर रोक लिया। जिसके बाद उन्होंने अपना खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड कर्तव्य पथ बैरिकेड्स पर छोड़ दिया।

अवार्ड वापस करने जा रही विनेश फोगाट का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए बजरंग पुनिया ने कहा, “यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुज़र रही हैं।”

इससे पहले 22 दिसंबर को बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड को लौटा दिया था। पूनिया ने पीएम नरेन्द्र मोदी को एक चिट्ठी भी लिखी थी। पूनिया ने यह कदम ओलंपिक विजेता साक्षी मलिक के संन्यास के बाद उठाया था।

दरअसल भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव में महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया था। जिसकी वजह से रेसलर नाराज हैं।

संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले साक्षी मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोते हुए संन्यास का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। बूढ़ी महिलाएं आईं, ऐसे लोग भी आए जिनके पास खाने-कमाने के लिए नहीं है। हम नहीं जीत पाए लेकिन आप सभी का धन्यवाद। उन्होंने कहा कि हमने पूरे दिल से लड़ाई लड़ी लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी संजय सिंह चुना जाता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। इस दौरान साक्षी ने अपने जूते उठाकर मेज पर रख दिए।

साक्षी के बाद बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड लौटाया। उनके बाद पैरा ओलंपिक के विजेता गूंगा पहलवान ने भी अपने पदक लौटाने का ऐलान कर दिया था।

नाराज पहलवानों द्वारा उठाए गए कदम के बाद देश भर में हड़कंप मच गया। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्यकारिणी को निलंबित कर दिया था।

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