- 31/07/2024
नामी गिरामी स्कूल में 5 साल की बच्ची से दरिंदगी! खाकी पर गंभीर आरोप, अब आया पुलिस कप्तान का बयान
छत्तीसगढ़ में दिल को झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सूबे की एक नामी गिरामी स्कूल में एक 5 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की गई है। स्कूल प्रबंधन के दबाव के आगे पुलिस ने घुटने टेक दिए है और मामले में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्ची के परिजन जब पुलिस के आला अफसरों से गुहार लगाई तो उन पर मामले को न उठाने का दबाव बनाया गया।
मामला भिलाई के एक ऐसे स्कूल से जुड़ा हुआ है। जहां कई आईएएस, आईपीएस सहित कई बड़े अफसरों, नेताओं और उद्योगपतियों के बच्चे पढ़ाई करते हैं। खबर के मुताबिक 5 जुलाई को मासूम को स्कूल की आया टॉयलेट कराने ले गई थी। बच्ची को वॉशरूम में छोड़कर आया किसी दूसरे काम में व्यस्त हो गई। कुछ देर बाद बच्ची वॉशरूम से रोते हुए बाहर आई। उसी दौरान स्कूल की छुट्टी हो गई और बच्ची को लेने पहुंची कार में बैठाकर घर भेज दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के परिजनों ने कुछ लोगों को बताया कि बच्ची घटना के बाद से इतनी ज्यादा डरी और सहमी थी कि उस दिन उस ने कुछ भी नहीं खाया। अगले दिन उसने अपनी मां को प्रायवेट पार्ट में तकलीफ होने की जानकारी दी। बच्ची की तकलीफ बढ़ने पर परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए। गायनेकोलॉजिस्ट ने अपने प्रिस्क्रिप्शन में लिखा कि बच्ची के प्रायवेट पार्ट से ब्लीडिंग हुई है और व्हाइट डिस्चार्ज लगा है।
अगले दिन परिजन स्कूल पहुंचे, जहां प्रिंसिपल ने खुद उन्हें एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। लेकिन बाद में उन्होंने घटना से ही इंकार कर दिया। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल का सीसीटीवी फुटेज भी नष्ट कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्ची के परिजन भिलाई के बड़े कारोबारी हैं। मामले में कार्रवाई के लिए वे जिले के एक जनप्रतिनिधि के साथ बड़े अफसर से भी मिले। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उलटा एक महिला पुलिस अफसर ने कारोबारी को बच्ची के भविष्य और कोर्ट कचहरी के चक्कर का डर दिखाकर उन्हें रिपोर्ट नहीं करने के लिए मनाने में कामयाब हो गई।
नहीं हुआ दुष्कर्म.. परिजन भी नहीं चाहते जांच- एसपी दुर्ग
उधर इस मामले में दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला से बात हुई। उन्होंने दुष्कर्म की ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है। उन्होंने कहा, “दुर्ग पुलिस के सभी अधिकारियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सूचना मिलने पर तत्काल बच्ची के परिजनों और स्कूल के स्टाफ से पूछताछ की। पुलिस व्दारा मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुये बिना किसी लिखित सूचना के ही महिला एवं बालक विरूद्ध अपराध इकाई की टीम से मामले की जांच कराई गयी। टीम व्दारा जांच के दौरान बच्ची के माता-पिता एवं बच्ची से मिलकर पूछताछ किया गया। स्कूल का सीसीटीवी फूटेज चेक किया गया एवं भविष्य के लिये सीसीटीवी फूटेज को सुरक्षित भी रखा गया। बच्ची के क्लास टीचर, प्रधान अध्यापिका एवं आया से घटना के संबंध में गहन पूछताछ किया गया। इसके अलावा इस मामले से जुड़े चिकित्सकों से इसके सन्दर्भ में पूछताछ कर पूरी जानकारी ली गई। तब उनके व्दारा बच्ची के साथ प्रथम दृष्टया कोई दुष्कर्म नहीं होना बताया गया। इस सन्दर्भ में बच्ची के परिजनों को लिखित आवेदन / शिकायत देने हेतु भी कहा गया ताकि और विस्तृत जांच की जा सके, परन्तु उनके व्दारा इसके सन्दर्भ में किसी प्रकार का सन्देह नहीं जताते हुये आवेदन/शिकायत नहीं दिया गया है, अपितु किसी भी प्रकार की जांच नहीं चाहने का अनुरोध किया गया है।”