- 03/06/2022
हसदेव अरण्य में पेड़ कटाई के विरोध में ‘आप’ विधायकों को करेगी पौधे भेट, पूछेगी सवाल – हसदेव अरण्य बचाना चाहते हैं या नहीं
रायपुर। हसदेव अरण्य में पेड़ों की कटाई के विरोध में आम आदमी पार्टी 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस से प्रदेश के सभी 90 विधायकों को पौधे भेंट करेगी। विधायकों को पौधे भेंट करने के साथ ही आप द्वारा उनसे सवाल पूछा जाएगा कि आपने हसदेव अरण्य बचाने प्रयास क्यों नहीं किया और आप बचाना चाहते हैं या नहीं? आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि पूर्व में भी हसदेव अरण्य के हरे भरे जंगलों को बचाने पार्टी ने 13 मई को अंबिकापुर और 21 मई को रायपुर में बड़ा आंदोलन किया था। वहीं 3 जून को घाटबर्रा और हरिहरपुर में चल रहे आंदोलन में आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी, प्रदेश सह संयोजक सूरज उपाध्याय और प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज दुबे सारी रात आंदोलनकारियों के साथ रहकर समर्थन देंगे। 4 जून को आम आदमी पार्टी जो पेड़ कट चुकें हैं उसके विरोध में कैंडल मार्च निकलेगी और 5 जून से आम आदमी पार्टी सभी 90 विधायकों को उनके क्षेत्र में पौधे भेंट कर सवाल करेगी। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेसियों द्वारा जिला पंचायत में खनन के विरुद्ध प्रस्ताव पारित हुआ फिर भी राज्य सरकार खनन क्यों करवा रही है।
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प्रदेश सह संयोजक सूरज उपाध्याय ने कहा कि आंदोलन स्थल पर बड़ी संख्या में प्रभावित ग्रामीण पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहें हैं और आंदोलन पर बैठे हुए हैं। जब ग्रामीण साल 2019 से खदान खोलने का विरोध कर रहे हैं तो सरकार ने खनन की इजाजत क्यों और किसको फायदा पहुँचाने दी है। काटे जा रहे इसी जंगल पर आदिवासी ग्रामीणों की आजीविका निर्भर है और इससे प्रकृति को बड़ा नुकसान होगा। जंगल में रहने वाले लाखों जानवरों का जीवन समाप्त हो जायेगा, लेकिन इसके बाद भी राज्य सरकार ने ग्रामीणों के हितों को नहीं माना है? भूपेश सरकार सिर्फ अडानी को फायदा पहुँचाने सारी कवायद कर रही है क्योंकि उन्हें अडानी की दलाली करनी है? अगले चुनावों में प्रदेश की जनता अब कांग्रेस की विदाई निश्चित ही करेगी!
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आप के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज दुबे ने कहा कि राज्य सरकार बड़े उद्योगपति को निजी फायदा पहुँचाने के लिए ही हसदेव अरण्य में खनन करवा रही है जबकि सरकार जानती है कि वन क्षेत्र उजड़ने से जो नुकसान होगा उसकी भरपाई कई सौ सालों में भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि जब आप पार्टी का प्रतिनिधि मंडल 2 जून को आंदोलनरत आदिवासियों को समर्थन देने पहुंचे जहां आदिवासियों में खनन और पेड़ कटाई के विरुद्ध बहुत गुस्सा है।
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