• 16/07/2022

सीएम के निर्देश पर मंत्री कवासी लखमा आज करेंगे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण

सीएम के निर्देश पर मंत्री कवासी लखमा आज करेंगे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण

Follow us on Google News

रायपुर । छत्तीसगढ़ के सुकमा, कोंटा में बाढ़ से मची तबाही व राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा करने आज मंत्री कवासी लखमा बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। वे दिन भर प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने, अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के बाद शाम को वापस राजधानी लौट आएंगे।
बताया गया कि इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्री कवासी लखमा को निर्देश दिया है कि वे बाढ़ प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण करें तथा बाढ़ प्रभावितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं। सीएम बघेल के निर्देश के बाद मंत्री लखमा बाढ़ प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए हैं। बताया जाता है कि वे हैलीकॉप्टर से सबसे पहले सुकमा जिले के कोंटा जाएंगे। यहां हवाई निरीक्षण के बाद वे अधिकारियों से मुलाकात कर प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा करेंगे।

इस दौरान वे बाढ़ प्रभावितों से भी मुलाकात कर सकते हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार वे दोपहर 1 बजे सुकमा से बीजापुर जिले के तारलागुड़ा के लिए रवाना होंगे और 1.30 बजे तारलागुड़ा पहुंचकर वहां जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे। कवासी लखमा सुकमा और बीजापुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों के भ्रमण और राहत बचाव कार्य की समीक्षा करने के बाद शाम करीब 5 बजे राजधानी रायपुर लौट आएंगे।
बस्तर में पिछले कुछ दिनों से जारी अनवरत बारिश के चलते सुकमा, कोंटा, बीजापुर जैसे इलाकों में हालात बेकाबू हो गया है। जिला प्रशासन की पूरी टीम बाढ़ प्रभावितों के रहने-खाने व उन्हें सुरक्षित निकालने में जुटा हुआ है। बीजापुर में सबसे पहले हालात बिगड़े, इसके बाद शबरी नदी में आई बाढ़ के चलते इसके आसपास के इलाकों के साथ ही सुकमा और कोंटा के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। इसके चलते सैकड़ों परिवार बाढ़ से घिर गए। बचाव दल बोट के सहारे इन लोगों को सुरक्षित निकाल रही है। कल ही सूचना आई थी कि कोंटा के करीब 5 वार्ड बाढ़ के पानी में डूब गए है।

इसे भी पढें-छत्तीसगढ़ का यह इलाका बाढ़ में डूबा, आधा दर्जन से ज्यादा गांव जलमग्न, सैकड़ों परिवार हुए बेघर, रेस्क्यू जारी

इसे भी पढें-राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित इस नाले को जान जोखिम में डालकर पार करना लोगों की मजबूरी, जिम्मेदार नहीं लेते सुध