- 02/08/2024
कुदरत के कहर के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, लापता लोगों की तलाश, श्रद्धालुओं को शिविरों तक पहुंचाया जा रहा, हेल्पलाइन नंबर भी जारी


देशभर में भारी बारिश की वजह से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड में लगातार बादल फटने से केदारनाथ धाम में करीब 1500 लोग फंसे हुए थे। जिनमें से लेनचोली में फंसे यात्रियों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। काफी लंबे समय से केदारनाथ में बिजली आपूर्ति बाधित रही। नेटवर्क की सुविधा भी नहीं मिल रही थी, लेकिन फिलहाल बाढ़ जैसे हालात के बीच सेना SDRF, NDRF की टीम मौके पर तैनात है।
केदारनाथ में बंद बिजली और मोबाइल नेटवर्क की सुविधा बहाल कर दी गई है। साथ ही यात्रियों के लिए अगले 10 से 15 दिनों का रसद स्टोर है। केदारनाथ घाटी में लैंडस्लाइड और भारी बारिश के बाद आपदा जैसे हालात बने हुए हैं। लैंडस्लाइड और भारी बारिश के बाद केदारनाथ पैदलमार्ग पर हजारों यात्री फंस गए थे। जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
आपको बता दें कि आज रेस्क्यू ऑपरेशन का दूसरा दिन रहा। दूसरे दिन केदार घाटी में इंटरनेट सेवा बहाल हो गई है। हालांकि ऑपरेशन में मौसम रोड़ा बन रहा है। जिसके कारण सेना का विमान चिनूक भी ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। पैदल मार्ग में फंसे करीब 7000 श्रद्धालुओं को अब तक बचाया गया है। तीर्थ यात्रियों के घर वालों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
इंटरनेट पर व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से केदारनाथ में फंसे हुए लोग अपने परिजनों से बातचीत कर सकते हैं। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच में भी मार्ग बाधित है। शासन-प्रशासन अपनी पूरी ताकत के साथ मार्गों को बहाल करने में लगा हुआ है, लेकिन मौसम एक बड़ी बाधा बनकर सामने आ रहा है।