• 11/10/2024

दाऊद से कनेक्शन, लॉरेंस बिश्नोई को धमकी, कई देशों में फैलाया महादेव सट्टा ऐप का काला साम्राज्य, जानें कौन है सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल

दाऊद से कनेक्शन, लॉरेंस बिश्नोई को धमकी, कई देशों में फैलाया महादेव सट्टा ऐप का काला साम्राज्य, जानें कौन है सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल

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महादेव सट्टा ऐप का सरगना सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटिस पर दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। पिछले साल दिसंबर में हुई गिरफ्तारी के बाद भारतीय एजेंसियों ने उसके प्रत्यर्पण की तैयारी पूरी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक 10 दिन के भीतर बॉलीवुड, शेयर मार्केट सहित छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल लाने वाले सौरभ चंद्राकर को भारत डिपोर्ट कर लिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला सौरभ चंद्राकर कभी जूस बेचता था। लेकिन किसी ने नहीं सोचा होगा कि एक दिन वह ऑनलाइन सट्टेबाजी का किंग बन जाएगा और अपने कारोबार को फैलाने और प्रोटक्शन के लिए वह देश के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम से वह हाथ मिला लेगा।

इतना ही नहीं सौरभा ने दाऊद के भाई मुस्तकीम इब्राहिम कास्कर के साथ पार्टनरशिप में पाकिस्तान में भी अपने काले कारोबार को शुरू कर दिया। सौरभ ने मुश्तकीम के साथ मिलकर पाकिस्तान में एक बेटिंग ऐप लॉन्च किया। इस बेटिंग ऐप का नाम ‘खेलोयार’ रखा गया।

बताया जा रहा है कि दुबई में सौरभ की मदद D कंपनी ही कर रही है। यही नहीं दाऊद ने दुबई में सौरभ की सिक्योरिटी का पूरा इंतजाम भी किया है। दाऊद के संरक्षण में सौरभ चंद्राकर धड़ल्ले से भारत, पाकिस्तान के अलावा कई अन्य देशों में भी अपने इस काले कारोबार को शुरु कर दिया।

लॉरेंस बिश्नोई ने जेल से किया फोन

सौरभ चंद्राकर का भारत के अलावा कई देशों में  कारोबार तेजी से फलने-फूलने लगा। जब जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को सौरभ चंद्राकर के 6000 करोड़ से ज्यादा के काले साम्राज्य के बारे में पता चला तो उसने सौरभ से भी उगाही का प्लान बनाया। जेल में बंद बिश्नोई ने जब सौरभ चंद्राकर को फोन कर उससे पैसों की डिमांड की तब उसे भी नहीं मालूम था कि वह जिससे उगाही करना चाह रहा है, उस पर दाऊद इब्राहिम का हाथ है। सौरभ चंद्राकर ने लॉरेंस बिश्नोई को उल्टा धमका दिया। बताया  जा रहा है कि जिसके बाद बिश्नोई ने फिर दुबारा कभी सौरभ चंद्राकर को फोन नहीं किया।

कौन है सौरभ चंद्राकर

महादेव ऐप के प्रमुख प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। सौरभ ने भिलाई में ‘जूस फैक्ट्री’ के नाम से अपना कारोबार शुरू किया। बाद में उसने भिलाई में इसकी चेन शुरू की। सौरभ को सट्टा खेलने की आदत थी। कोरोना के पहले सट्टा का कारोबार भी ऑफलाइन ही हुआ करता था। सौरभ भी सट्टे पर दांव लगाने का आदी था।

ऐसे हुई सट्टेबाजी ऐप महादेव बुक की शुरुआत

इसी दौरान उसकी मुलाकात टायर का कारोबार करने वाले रवि उप्पल से हुई। रवि उप्पल भी सट्टा खेलने का आदी था। इसी बीच देश में कोरोना महामारी आ गई। कोरोना की वजह से सौरभ की जूस फैक्ट्री और रवि उप्पल की टायर की दुकान बंद हो गई। कोरोना काल के दौरान वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन कल्चर की शुरुआत हुई।

सौरभ और रवि उप्पल ने सट्टा के ऑनलाइन कारोबार का प्लान बनाया और फिर महादेव बुक की शुरुआत हुई। कुछ दिन बाद दोनों दुबई भाग गए और वहां से उन्होंने ऑनलाइन सट्टेबाजी महादेव बुक के काले साम्राज्य को छत्तीसगढ़ के साथ ही देश और विदेश में भी फैला दिया।

शादी में बॉलीवुड को नचाया

सौरभ चंद्राकर सुर्खियों में उस वक्त आया, जब उसकी शाही शादी की खबरें मीडिया में आई। सौरभ ने अपनी शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे। उसकी शादी में बड़ी संख्या में बॉलीवुड के सितारों को दुबई बुलाया गया। इन सितारों को हवाला के माध्यम से नगद भुगतान किया गया था।