- 11/06/2025
कांग्रेस ने दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए किया निष्कासित, राहुंल गांधी और वाड्रा को हिदायत देना पड़ा भारी


कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। राहुल गांधी को हिदायत देना और रॉबर्ट वाड्रा पर बयान देना उन्हें भारी पड़ गया। उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इससे पहले, कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें उनकी टिप्पणियों को पार्टी की छवि और गरिमा के लिए हानिकारक बताया गया था।
क्या थी लक्ष्मण सिंह की टिप्पणी?
लक्ष्मण सिंह ने 25 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद एक शोक सभा में पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, “राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा बहुत नादान हैं। देश उनकी अपरिपक्वता के परिणाम भुगत रहा है।” इसके अलावा, उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर आतंकवादियों से मिलीभगत का आरोप लगाया था। सिंह ने रॉबर्ट वाड्रा के बयान का जिक्र करते हुए कहा था कि “मुस्लिमों को सड़क पर नमाज अदा न करने देने के कारण आतंकवादी हमला हुआ” जैसा बयान गैर-जिम्मेदाराना और देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। उन्होंने यह भी कहा था कि “कांग्रेस को बोलने से पहले 10 बार सोचना चाहिए, वरना चुनाव में जनता जवाब देगी।”
पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई
कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (डीएसी) के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने 9 मई को लक्ष्मण सिंह को नोटिस जारी किया था। इसके बाद, पार्टी ने उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए उन्हें 6 साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने बयान जारी कर कहा, “लक्ष्मण सिंह की टिप्पणियों ने पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।”
लक्ष्मण सिंह का राजनीतिक सफर
पूर्व लोकसभा सांसद और विधायक रहे लक्ष्मण सिंह पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में भी रह चुके हैं। उनकी हालिया टिप्पणियों ने न केवल कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाया, बल्कि अन्य नेताओं पर भी विवादास्पद आरोप लगाए, जिसके बाद पार्टी ने यह कठोर कदम उठाया।