- 03/04/2024
अगर आप भी डिस्काउंट पर दवा लेते हैं तो सावधान! जानलेवा हो सकती है ज्यादा छूट
आजकल की खराब लाइफस्टाइल के चलते ज्यादातर लोग दवाओं पर निर्भर हैं। अगर आप हृदय रोग या फिर डायबिटीज की दवा ले रहे हैं और आपने यह दवा ऑनलाइन या 25 परसेंट से ज्यादा के डिस्काउंट पर ली है तो सावधान हो जाइए। आपकी असली पैकिंग वाली ब्रांडेड दवा नकली भी हो सकती है।
जी हां…हाल ही में गाजियाबाद, मुंबई और जयपुर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें मरीज को डिस्काउंट पर दी गई दवाइयां नकली पाई गईं। इस स्थिति को देखते हुए ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने देश भर के दवा विक्रेताओं के लिए चेतावनी जारी की है।
असली पैकिंग, दवा नकली
चेतावनी में कहा गया है कि हृदय रोग, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों में उपयोग होने वाली दवाओं के बाजार में अब नकली दवा की भी एंट्री हो चुकी है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि नकली दवा भी असली दवा कंपनियों के नाम से ही हूबहू पैकिंग और प्रिंटिंग के साथ बेची जा रही हैं।
10 लाख की नकली दवा बरामद
हाल ही में ऐसा मामला गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र से आया है, जहां ड्रग डिपार्टमेंट के छापे के बाद नकली दवा की फैक्ट्री से एक करोड़ 10 लाख रुपए की नकली दवाएं बरामद की गई थीं।
ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि नकली दवा विक्रेता 25 परसेंट से ज्यादा के डिस्काउंट पर लोगों को दवा उपलब्ध कराने का लालच देकर फंसाते हैं। लेकिन दवाओं का मूल्य निर्धारण भारत सरकार द्वारा किया जाता है।
25% डिस्काउंट से सावधान
दवाओं में 16 परसेंट मार्जिन रीटेलर कैटेगरी में, जबकि 8% मार्जिन थोक व्यापारी को है। पूरे दवा मार्केट में ही कुल 24 प्रतिशत का ट्रेड मार्जिन होता है। ऐसी स्थिति के बावजूद कोई भी असली दवा 25 परसेंट या 30 परसेंट डिस्काउंट पर नहीं मिल सकती। अगर कोई इससे ज्यादा डिस्काउंट दे रहा है तो वह नकली हो सकती है।