• 10/10/2022

बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाया नक्सलियों से सांठ-गांठ का आरोप, गृह मंत्रालय से की जांच की मांग, कहा- क्या नक्सलियों से संबंध की वजह से झीरमकांड को दबा रही कांग्रेस?

बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाया नक्सलियों से सांठ-गांठ का आरोप, गृह मंत्रालय से की जांच की मांग, कहा- क्या नक्सलियों से संबंध की वजह से झीरमकांड को दबा रही कांग्रेस?

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तेलंगाना में नक्सलियों के साथ कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी के मामले ने सूबे की सियासी फिजा को गरम कर दिया है। मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। बीजेपी ने बड़ा आरोप लगाते हुए नक्सलियों को कांग्रेस की बी टीम बताया है। इसके साथ ही कांग्रेस पर नक्सलियों से सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाते हुए बीजेपी ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय से जांच की मांग की है।

पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेस वार्ता लेकर कहा कि  छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के भोपालपट्टनम ब्लॉक कांग्रेस का पदाधिकारी(महामंत्री) तेलंगाना में दो महिला व दो पुरुष नक्सलियों के साथ पकड़ा गया है। यह कोई सामान्य घटना नहीं है कि नक्सल प्रभावित राज्य के अतिसंवेदनशील इलाके का सत्तारूढ़ पार्टी का जिम्मेदार नेता नक्सलियों के साथ दूसरे राज्य में पकड़ा गया है। नक्सली आज कांग्रेस की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है। नक्सलियों और कांग्रेस की साठगाँठ पर केंद्र अलग से जांच करे, इसकी भी हम माँग करते हैं। जिसके लिए हमारे प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव गृह मंत्रालय को पत्र लिख रहे है।

गागड़ा ने कहा कि नक्सली जवानों और सुरक्षा बलों की नृशंसता से हत्या करते हैं। अनेकों ग्रामीणों को मौत के घाट उतार चुके हैं। छत्तीसगढ़ के कई नेता भी नक्सलियों द्वारा मारे गए हैं। ऐसे में कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा इलाज के लिए नक्सलियों को तेलंगाना ले जाना एक अति चिंतनीय विषय है। छत्तीसगढ़ के आम लोगों की सुरक्षा के साथ एक बड़ा समझौता किया गया है। इससे पहले भी कांग्रेस और नक्सलियों की साठगाँठ के दर्जनों साक्ष्य सामने आते रहे हैं।

झीरम मामले में तो खुद राहुल गांधी ने नक्सलियों को क्लीन चिट दे दी थी। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह, राज बब्बर समेत दर्जनों कांग्रेसी नेता नक्सलियों के पक्ष में समय समय पर बयान देते हैं।

विगत दिनों नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में शहीदी सप्ताह मनाया। इस दौरान 12000 लोगों के साथ नक्सलियों ने नाचते गाते 8 से 10 किलोमीटर लम्बी रैली निकाली। 65 फीट का छह मंजिल बिल्डिंग से ऊंचा स्मारक बनवाया। रैली में 50 लाख से लेकर एक करोड़ तक के इनामी शीर्षस्थ नक्सली नेता शामिल थे। समाचार बताते हैं कि विगत 8 माह से इसकी तैयारी हो रही थी। इस आयोजन के पीछे कौन है और इतने बड़े आयोजन के खिलाफ सरकार ने क्या कारवाई की? अगर कोई कारवाई नहीं की तो क्यों नहीं की?

 बीजेपी ने पूछे पांच सवाल

1. कांग्रेस और नक्सलियों के बीच का रिश्ता क्या है?
2. क्या झीरम घाटी हत्याकांड मामले को भी कांग्रेस नक्सलियों से संबंध की वजह से दबा रही है?
3. कितने नक्सलियों को कांग्रेस की सदस्यता दी है?
4. नक्सलियों के साथ पकड़े गए कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं पकड़ा गया?
5. इतने संवेदनशील विषय पर मुख्यमंत्री ने अभी तक किसी प्रकार की जांच की घोषणा क्यों नहीं की?