- 20/07/2024
लंदन से छत्रपति शिवाजी का ‘बाघ नख’ लौटा भारत, 350 साल बाद हुई वापसी, इस म्यूजियम में रखा गया, जानें टिकट और टाइमिंग

वीर छत्रपति शिवाजी महाराज के बाघ नख को 350 साल बाद लंदन से भारत लाया गया। इसे महाराष्ट्र के सतारा में स्थित म्यूजियम में रखा गया है। इस बाघ नख को लंबे संघर्ष के बाद तीन साल के लिए लंदन के विक्टोरिया एंड एल्बर्ट म्यूजियम से लाया गया है। इसी बाघ नख ने शिवाजी ने अफजल खान को सितारा के महल में मार गिराया था। आज से आम जनता वीर छत्रपति शिवाजी के इस बाघ नख का दर्शन कर सकेगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सतारा में इसका अनावरण किया।
ऐतिहासिक तथ्यों के मुताबकि साल 1649 में शिवाजी की बीजापुर के अफजल खान के साथ बैठक थी। शिवाजी महाराज को आशंका था कि अफजल खान इस दौरान विश्वासघात कर उन पर जानलेवा वार कर सकता है। लिहाजा उन्होंने अपने दाएं हाथ में बाघ नख को छुपा रखा था। जैसे ही दोनों गले मिल रहे थे तो अफजल खान ने उन्हें चाकू से मारने की कोशिश की। लेकिन वो इसमें सफल नहीं हो सका और शिवाजी ने बाघ नख से मार डाला।
जनता के लिए खुला
यह पूरा वाक्या प्रतापगढ़ किले का था, जो कि अब सतार जिले में मौजूद है। सतारा के म्यूजियम में इसे अगले 7 महीने तक रखा जाएगा। आम जनता सतारा के म्यूजियम में इसे देख सकेगी। बाघ नख देखने का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक है। इसे देखने के लिए आपको 50 रुपये की टिकट कटानी पड़ेगी। स्कूली छात्र इसे मुफ्त में देख सकेंगे।
इतिहासकार ने उठाए सवाल
उधर इतिहास शोधकर्ता इंद्रजीत सावंत ने लंदन के म्यूजियम से भारत लाए गए बाघ नख पर सवाल उठाया है। उऩ्होंने दावा किया है कि लंदन म्यूजियम से लाया जा रहा बाघ नख छत्रपति शिवाजी महाराज का नहीं है।
शिवरायांचे आठवावे रूप…
शिवरायांचा आठवावा प्रताप…शिवछत्रपतींच्या शिवप्रतापाचे साक्षीदार असलेल्या वाघनखांच्या दालनाचा उद्घाटन सोहळा आज मोठ्या उत्साहात संपन्न झाला. यावेळी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आणि अजित पवार हेदेखील उपस्थित होते.
याप्रसंगी साताऱ्याचे पालकमंत्री… pic.twitter.com/41bNEaokQm
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) July 19, 2024