- 10/11/2023
“पार्टी में कुछ नेताओं को राम और हिन्दू शब्द से नफरत है”, कांग्रेस नेता के बयान से मचा हड़कंप


पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बयान देकर पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने पार्टी नेताओं पर ऐसे गंभीर आरोप लगा दिया है कि चुनाव में उनके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। दरअसल एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस में ऐसे कई नेता हैं, जो राम मंदिर ही नहीं बल्कि राम से ही नफरत करते हैं। ये लोग हिंदुत्व से ही नहीं बल्कि हिंदू से ही उन्हें चिढ़ है। हिंदू धर्मगुरुओं का ये लोग अपमान करना चाहते हैं। इन्हें बिलकुल अच्छा नहीं लगता कि कोई हिंदू धर्मगुरु पार्टी में रहे। हालांकि उन्होंने किसी भी नेता का नाम नहीं लिया और कहा कि संकेतों से बहुत कुछ साफ हो जाता है।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “जो राम से नफरत करता हो वो हिंदू नहीं हो सकता। राम मंदिर को रोकने के जो प्रयास हुए हैं उसे सारी दुनिया जानती है। राम से नफरत कौन करता है और राम के प्रति श्रद्धा किसकी है? मुझे नहीं लगता कि इस रहस्य पर कोई परदा है। पार्टी का हिस्सा होने का मतलब ये नहीं है कि सच को सच और झूठ को झूठ न कहा जाए। मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं राम से भी नफरत है।”
विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा स्टार प्रचारक नहीं बनाए जाने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “नाराजगी का कोई कारण नहीं है। हो सकता है उन्हें(कांग्रेस) हिंदुओं के समर्थन की जरूरत ना हो या किसी हिंदू धर्म गुरू को स्टार प्रचारक बनाने का जो मकसद होता है उन्हें उसमें कोई कमी नजर आ रही हो। ये पार्टी का निर्णय है। पार्टी में रहने का यह मतलब नहीं है कि सच न कहा जाए। सच ही सच होता है और झूठ ही झूठ कहलाता है। क्या वंदे मातरम, सनातन धर्म और देश के बारे में बात करने का मतलब क्या भाजपा जॉइन करना है।”
INDIA गठबंधन से किसे पीएम उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए, इस के जवाब में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की तो कोई पहचान ही नहीं है। प्रियंका गांधी से ज्यादा पूरे विपक्ष और INDIA गठबंधन में दूसरा कोई नेता नहीं है। यदि कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर देना चाहती है तो फिर प्रियंका को ही पीएम कैंडिडेट बनाना चाहिए।”
कांग्रेस में रहते हुए पार्टी पर हमला बोलने पर आचार्य प्रमोद ने कहा, “पार्टी में रहने का यह मतलब नहीं है कि सच न कहा जाए। सच ही सच होता है और झूठ ही झूठ कहलाता है। क्या वंदे मातरम, सनातन धर्म और देश के बारे में बात करने का मतलब क्या भाजपा जॉइन करना है।”