- 06/01/2023
धर्मांतरण पर सियासत: CM भूपेश बोले- BJP शासनकाल में बने चर्चों की सूची हमारे पास, कौशिक की चुनौती- कांग्रेसी कार्यकाल के समय की भी सूची करें जारी
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में हुई घटना के बाद प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया हुआ है। मामले में बीजेपी लगातार हमलावर है और प्रदेश सरकार पर धर्मांतरण को लेकर लगातार गंभीर आरोप भी लगा रही है। अब मामले में सरकार और बीजेपी आमने-सामने आ गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा है कि बीजेपी के शासन काल में धर्मांतरण हुआ है और चर्च बने हैं जिसकी सूची उनके पास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मांतरण के मुद्दे पर कांग्रेस के पास सूची है कि भाजपा की सरकार में कितने चर्च बने। भाजपा के शासनकाल में धर्मांतरण हुआ तभी चर्च बने। हमारे पास सभी सूची है। भारतीय जनता पार्टी लड़ नहीं पा रही है, उसके पास केवल 2 ही मुद्दे बचे हैं धर्मांतरण और सांप्रदायिकता। जिसमें बीजेपी की मास्टरी है लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी कोई भी षड़यंत्र कर ले सफल नहीं होंगे असफल ही होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। बीजेपी ने चुनौती देते हुए कहा है कि सीएम भूपेश बघेल कांग्रेस के 50 साल के राज में बने चर्च की सूची जारी करें। इसके साथ ही जोगी शासन और वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान भी निर्मित चर्चों की भी सूची को जारी करें।
जोगी और वर्तमान शासन काल की भी सूची करें जारी
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह रहे हैं कि भाजपा के राज में कितने चर्च बने हैं, उसकी सूची हमारे पास है तो पहले भूपेश बघेल 50 साल तक कांग्रेस शासन काल में अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ में बने चर्चों की सूची जारी करें और अपने 4 साल की भी सूची जारी करें कि कितने चर्च इन्होंने बनवा दिए, वे बंटवारे में बनी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के 3 साल की सूची भी जारी करें।
धर्म बचाने वालों पर मुकदमा
कौशिक ने मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा पर लगाये गए आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि आदिवासी वर्ग पिट रहा है, भूपेश बघेल सरकार के संरक्षण में आदिवासियों का जबरिया धर्मांतरण हो रहा है, विरोध करने पर आदिवासियों को मिशनरी और सरकार के दोहरे अत्याचार और प्रताड़ना का शिकार बनाया जा रहा है। धर्म बचाने वालों पर मुकदमे लादे जा रहे हैं। आदिवासी संस्कृति का आखेट करने वालों को राजाश्रय दिया जा रहा है, आदिवासी समाज अपनी संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है लेकिन आदिवासियों को न्याय देने की बजाय आखिरकार फिर से मुख्यमंत्री ने बयान धर्मांतरण करने वाले लोगों के पक्ष में दे दिया है।
सीएम धर्मांतरण के पक्षधर- कौशिक
कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बयान से एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वे धर्मांतरण के पक्षधर हैं और उनके संरक्षण में ही यह सब कुछ हो रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री यह न भूलें कि भाजपा आदिवासी समाज के साथ खड़ी है और वे कितना भी चर्चम शरणं गच्छामि की मुद्रा में खड़े हो जाएं, भाजपा आदिवासी संस्कृति को आघात पहुंचाने की साजिश कामयाब नहीं होने देगी। भूपेश बघेल में साहस है तो वे अपने कार्यकाल के साथ साथ 50 साल का कांग्रेसी रिकॉर्ड पेश करें साथ ही ये बताए कांग्रेस को धर्मांतरण के खिलाफ बोलने में डर क्यों लगता है?