- 16/07/2022
रायगढ़ पुलिस की ‘संवेदना’ को ‘इंडिया पुलिस अवार्ड 2022’, जानिए आखिर क्यों मिला यह पुरस्कार ?
रायगढ़। छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस को ‘इंडिया पुलिस अवार्ड 2022’ के लिए चुना गया है। रायगढ़ पुलिस को यह अवार्ड साल 2020 में चलाए गए ‘संवेदना’ अभियान के लिए दिया गया है। रायगढ़ पुलिस ने साल 2020 में आई भीषण बाढ़ के बीच आम जनता की ‘संवेदना’ के साथ जो मदद की गई थी उसके लिए प्रदान किया गया है। इस अभियान को चलाने वाले रायगढ़ के तत्कालीन एसपी और आईपीएस अफसर संतोष सिंह को एक वर्चुअल कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। आईए आपको बताते हैं रायगढ़ पुलिस की उस ‘संवेदना’ को जिसने देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा था।
साल 2020 में हुई भारी बारिश की वजह से महानदी उफान पर थी। रायगढ़ सहित अन्य तटीय क्षेत्र इस बाढ़ की जद में आ गए थे। चारों तरफ पानी ही पानी… जहां अगर नजर जाती थी तो बाढ़ के पानी में डूबे हुए घर और अंदर बेबसी में फंसे हुए लोग। बाढ़ के पानी ने सब कुछ तबाह कर दिया था, ऐसे में रायगढ़ पुलिस ने अपनी संवेदना दिखाई और अफसरों के साथ पुलिस बाढ़ ग्रस्त इलाकों में उतर गई। रायगढ़ के थाना पुसौर सरिया, सारंगढ़ व कोसीर क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए। ग्रामीणों को घरों से निकालकर पुलिस, होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित राहत कैम्पों में पहुंचाया।
पीड़ितों के लिए राहत कैम्पों में भोजन, चिकित्सा, एवं अन्य आवश्यक सेवाओं की व्यवस्था कराई गई। तत्कालीन कलेक्टर भीम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह स्वयं राहत शिविरों में जाकर व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे थे।
बाढ़ का पानी कुछ दिन बाद थम गया था लेकिन पीछे छोड़ गया था बर्बादी के निशान। बाढ़ के पानी में डूबकर सबकुछ खत्म हो गया था। लोगों के पास न ओढ़ने के लिए कुछ बचा था, न बिछाने के लिए। आम जनता की इस तकलीफ के प्रति अपनी ‘संवेदना’ दिखाते हुए रायगढ़ पुलिस ने उनकी मदद की ठानी और इस अभियान में रायगढ़ के लोग, समाजसेवी संस्थाएं भी जुड़ गई। देखते ही देखते थाना, चौकी में बाढ़ पीडितों में वितरण के लिये आवश्यक वस्तुओं और राहत सामग्रियों का भंडार लग गया।
तत्कालीन एसपी संतोष सिंह ने सामग्री वितरण के लिये सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को दिशा निर्देश दिए। थाना प्रभारियों ने प्रभावित ग्रामों का स्वयं सर्वे कर अत्यधिक प्रभावितों को उनकी जरूरत अनुसार आवश्यक वस्तुएं प्रदाय करने सूची तैयार की।
बाढ़ पीडितों में आवश्यकता अनुसार एलवेस्टर, टिन शेड, तिरपाल, सीमेंट, बांस, कंबल, धोती, साड़ी, जूता-चप्पल, रेडीमेड कपड़े, बर्तन, गद्दा, चटाई, मच्छरदानी, टॉर्च और राशन सामग्री आदि का वितरण किया गया तथा वाहनों से उनके गांवों तक सामानों को पहुंचाया भी गया। सरिया के 21 गांव के 217 परिवार, पुसौर के 13 गांव के 133 परिवार, कोसीर के 9 गांव के 51 परिवार एवं सारंगढ क्षेत्र के 5 गांव के 50 परिवारों को राहत सामग्री वितरण हुआ।
कोविड की चपेट में आए
साल 2020 यह वह वक्त था जब इस प्राकृतिक आपदा के साथ ही कोरोना संक्रमण भी चरम पर था। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सहित कई पुलिसकर्मी बाढ़ में राहत बचाव कार्य के साथ ही शिविर में पहुंचाए गए पीड़ितों के संपर्क में आने से कोविड संक्रमित हो गए थे।
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रायगढ़ पुलिस की इस यादगार अभियान को अब नोएडा की प्रतिष्ठित गवर्नेंस नाऊ द्वारा आपदा प्रबंधन कैटेगरी में दूसरी इंडिया पुलिस अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया है। संस्था द्वारा रायगढ़ पुलिस को यह सम्मान तत्कालीन रायगढ़ एसपी संतोष सिंह जो वर्तमान में कोरबा में पुलिस अधीक्षक हैं को एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह में आमंत्रित कर यह अवार्ड प्रदान किया गया।
मेरे समय में 2020 महानदी बाढ़ दौरान @RaigarhPolice द्वारा चलाए- बचाव व मानवीय सहायता अभियान #संवेदना को प्रतिष्ठित @governancenow के @bygovernancenow आयोजन में आपदा प्रबंधन श्रेणी में इंडिया पुलिस अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। इससे जुड़ी टीम/लोगों को बधाई। #gnevents #IPS2022 pic.twitter.com/mlZe97hb4O
— Santosh Singh (@SantoshSinghIPS) July 16, 2022
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