- 24/10/2024
हाइकोर्ट से गैंगस्टर अमन साहू को झटका, खारिज हुई याचिका, अब झारखंड कोर्ट के फैसले का इंतजार
गैंगस्टर अमन साहू झारखंड की बड़कागांव विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ सकेगा। झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू ने चुनाव लड़ने की इजाजत कोर्ट से मांगी थी। अब बिलासपुर हाईकोर्ट ने गैंगस्टर की याचिका को खारिज कर दी है। जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की सिंगल बेंच में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई।
मालूम हो कि गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर के एक बिजनेसमैन पर फायरिंग करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस बीच बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दायर करने की मांग को लेकर अमन साहू हाईकोर्ट पहुंचे थे। बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है। हालांकि अमन साहू ने चुनाव लड़ने को लेकर झारखंड कोर्ट में भी एक आवेदन लगाया है। जिस पर आज सुनवाई होगी।
कौन है गैंगस्टर अमन साहू ?
गैंगस्टर अमन साहू रांची के छोटे से गांव मतबे का रहने वाला है। झारखंड में उसके ऊपर 100 मामले दर्ज हैं। अमन साहू हार्डकोर माओवादी भी रहा है। बताया जाता है कि 2013 में अमन ने अपना गैंग बनाया था। करीब ढाई साल पहले कोरबा में अमन साहू गैग के सदस्यों ने बरबरीक ग्रुप पर फायरिंग की थी। शहर के शंकर नगर इलाके में कंपनी के पार्टनर के घर के बाहर गोली चलाकर धमकी दी गई थी।
13 जुलाई को रायपुर शहर के तेलीबांधा इलाके में एक बिल्डर के दफ्तर पर फायरिंग की गई थी। इस हमले का आरोप भी अमन साहू गैंग पर ही है। बताया जाता है कि गैंगेस्टर अमन साहू का फेसबुक अकाउंट अमन सिंह नाम का शख्स कनाडा से ऑपरेट करता है। वहीं एक अकाउंट मलेशिया से सुनील राणा नाम का शख्स देखते है। अमन साहू खुद को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताता है। कहा जाता है कि अमन लॉरेंस बिश्नोई को गुर्गै सप्लाई किया करता था।