• 19/07/2022

BIG BREAKING : टेरर फंडिंग का आरोपी 9 साल बाद गिरफ्तार, पाकिस्तान से जुड़े हैं तार

BIG BREAKING : टेरर फंडिंग का आरोपी 9 साल बाद गिरफ्तार, पाकिस्तान से जुड़े हैं तार

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रायपुर। राजधानी रायपुर में वर्ष 2013 में सामने आए टेरर फंडिंग (आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन) मामले में लगातार 9 साल से फरारी काट रहे एक आरोपी को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। आरोपी से हुई पूछताछ में कुछ अहम जानकारियां निकलकर सामने आई हैं। पकड़े गए आरोपी का नाम श्रवण कुमार मंडल है।

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पुलिस ने बताया कि वर्ष 2013 में खमतराई थाने में टेरर फंडिंग का गंभीर मामला सामने आया था। उस दौरान 5 आरोपी धीरज साव, जुबैर हुसैन, आयशा बानो, पप्पू मंडल और राजू खान को पकड़ा गया था। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां मामले की गंभीरता देखते हुए न्यायालय ने सभी आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई थी। वर्तमान में पांचों आरोपी जेल में सजा काट रहे हैं। वहीं इस मामले में पैसों को इधर से उधर करने वाले श्रवण कुमार मंडल लगातार फरार चल रहा था। आरोपी के बैंक खातों में लाखों रूपए के लेनदेन का विवरण उपलब्ध है। इस मामले में ईडी भी आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। आरोपी ने ईडी में दर्ज प्रकरण के विरूद्ध उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी, जिसे न्यायालय खारिज कर चुका है।

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ये है मामला

टेरर फंडिंग के आरोपी धीरज साव निवासी ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई ठेला लगाता था। उसके पास पाकिस्तान से किसी खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था। इन लोगों के द्वारा आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजा जाता था। खालिद ने धीरज को पैसा कमाने का लालच दिया और बताया कि उसे केवल आईसीआईसीआई बैंक में एकाउंट खुलवाना है और उसके बताए लोगों तक एकाउंट से ही पैसा ट्रांसफर करना है, इसके एवज में उसे 13 प्रतिशत की राशि कमीशन के तौर पर मिलेगी। धीरज उसकी बातों में आ गया और इसकी जानकारी अपने मौसेरे भाई श्रवण मंडल को दी और वह भी पैसों की लालच में खालिद के साथ जुड़ गया।

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इनके एकाउंट से लगातार लाखों रूपए के ट्रांजेक्शन पर ईडी की नजर पड़ चुकी थी। इसी बीच पुलिस को भी इनपुट मिल गया था कि धीरज साव आतंकी संगठन सिमी के लिए काम कर रहा है। इस पर उससे पूछताछ की गई तो उसने सारा चिट्ठा खोल दिया था। इसके बाद आरोपी धीरज साव, जुबैर हुसैन, आयशा बानो, राजू खान, पप्पू मंडल गिरफ्त में आए थे और वर्तमान में वे जेल में निरूद्ध है। वहीं आरोपी श्रवण मंडल यहां से भाग निकला था। पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी कि अचानक कुछ दिनों पूर्व ही पुलिस को सूचना मिली कि वह झारखंड में छिपा हुआ है। इस पर राजधानी पुलिस की एक टीम ने झारखंड पहुंच कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

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