- 11/11/2023
ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री से कहा- इन्हें आसाराम की तरह सजा मिले


उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों ने शुक्रवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस आत्मघाती कदम को उठाने से पहले उन्होंने आश्रम के वाट्सअप ग्रुप में दो सुसाइड नोट भेजे थे। जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए आश्रम के 4 कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उन चारों कर्मचारियों को आसाराम बापू की तरह ही आजीवन कैद की सजा दिलवाने की मांग की है।
जगनेर की रहने वाली 34 वर्षीय शिखा और 37 वर्षीय एकता ब्रह्माकुमारी से 8 साल से जुड़ी हुई थी। वे जगनेर के बसई रोड पर स्थित ब्रह्माकुमारी की स्थापना के बाद से ही पिछले चार साल से वहीं रह रही थीं। शुक्रवार की रात 11ः18 बजे ब्रह्माकुमारी आश्रम के वाट्सअप ग्रुप पर सुसाइड नोट भेजा। जैसे ही लोगों ने दोनों बहनों का सुसाइड नोट पढ़ा सब भागकर कमरे में पहुंचे जहां दोनों फांसी के फंदे पर झूलते मिली।
परिवार वालों को घटना की जानकारी दी गई। जिसके बाद तुरंत ही परिवार वाले भी आश्रम पहुंचे। इसके साथ ही सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। वहीं दोनों मृतिकाओं के भाई सोनू ने बताया कि दो दिन पहले ही वह दोनों बहनों से मिलने आश्रम गया था। तब तक सब कुछ ठीक था।
दोनों बहनों ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार आश्रम के 4 कर्मचारियों को ठहराया है। तीन पेज के सुसाइड नोट की शुरुआत उन्होंंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम स शुरु किया है। सुसाइड नोट में उन्होंने बताया कि वे पिछले 1 साल से तनाव थी। जिसके जिम्मेदार 4 कर्मचारी थे। उनकी मौत के बाद इस सेंटर को गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दे दिया जाए। वहीं उनकी मौत के जिम्मेदार चारों कर्मचारियों को आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास दिया जाए।