- 11/10/2022
कौन है सूर्यकांत तिवारी जिसके ठिकानों पर IT के बाद ED की रेड पड़ी ? इस वजह से रहा है चर्चा में
छत्तीसगढ़ में लगातार केन्द्रीय एजेंसियों की छापामार कार्रवाई के बाद एक नाम चर्चा में है। वो नाम चर्चित कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी का है। आईटी छापे के बाद सूर्यकांत तिवारी, उनके रिश्तेदारों और करीबियों के यहां ईडी ने मंगलवार सुबह दबिश दी। जिसके बाद एक बार फिर कोयला कारोबारी का नाम चर्चा में आ गया है।
छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में अपनी रसूख रखने की वजह से सूर्यकांत तिवारी लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। सूर्यकांत तिवारी की धमक वर्तमान सरकार से लेकर पिछली सरकार तक में थी। इस साल जून में पड़ी आईटी रेड के बाद सूर्यकांत तिवारी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच सोशल मीडिया में लंबा वार चला। रमन सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस करके सूर्यकांत तिवारी के वर्तमान सरकार के साथ रिश्ते पर सवाल उठाए गए थे। जिसके बाद कांग्रेस ने पिछली बीजेपी सरकार के मुखिया से लेकर तमाम मंत्रियों के साथ सूर्यकांत तिवारी की तस्वीरों को वायरल किया गया था।
कांग्रेस द्वारा तस्वीरों को वायरल करने का जवाब बीजेपी के नेताओं ने सरकार के तमाम लोगों से नजदीकियों की सूर्यकांत तिवारी की तस्वीरें सामने लाकर दिया था। इन सबके बीच कोयला कारोबारी ने अपना एक वीडियो जारी कर सनसनीखेज बयान दिया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आईटी रेड में आए अफसर उन पर वर्तमान सरकार का तख्ता पलटने का दबाव डाल रहे थे। तिवारी ने दावा किया था कि आईटी के अफसर उन पर दबाव डाल रहे थे कि वो 40 से 45 विधायकों की सूची बनाएं। जिससे विपक्ष की सहायता से उन्हें एकनाथ शिंदे की तरह छत्तीसगढ़ का सीएम बना दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सूर्यकांत तिवारी सहित अन्य अधिकारियों के यहां छापे के बाद आयकर विभाग ने कहा था कि 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नगदी और लगभग 5 करोड़ रुपये आभूषण जब्त किया गया। वहीं 200 करोड़ रुपये से अधिक के कलेक्शन के सबूत मिलने की बात कही गई थी।
सूत्रों के मुताबिक आईटी के हाथ पॉलीटिकल फंडिग के साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज लगे थे। जिसके बाद आज 11 अक्टूबर को ईडी ने राज्य के कई जिलों में दबिश दी। जिसमें सूर्यकांत तिवारी, महासमुंद में रहने वाले उनके ससुर और कांग्रेस के पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर के अलावा अन्य रिश्तेदारों, रायगढ़ कलेक्टर और IAS अफसर रानू साहू, जेपी मौर्य, समीर विश्नोई ,बादल मक्कड़, सनी लुनिया, अजय नायडू के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की।