- 04/05/2022
बड़ा झटका : आरबीआई ने बढ़ाया रेपो रेट, होम-ऑटो सहित सभी लोन की बढ़ जाएगी EMI, शेयर बाजार भी गिरा
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बेंचमार्क पॉलिसी रेट (Policy Rate Hiked) बढ़ा दिया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) ने रेपो रेट में 40 बेसिस पॉइंट या 0.4% की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही रेपो रेट अब 4.4 प्रतिशत हो गया है। जिससे बैंकों सहित आम लोगों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा। रेपो रेट बढ़ने से बैंकों के लिए आरबीआई से कर्ज लेना महंगा हो जाएगा जिसका बोझ ग्राहकों पर आएगा।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की इस घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजारों में जोररदार गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 1450 अंक से भी ज्यादा की गिरावट आई। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के सूचकांक निफ्टी में भी 450 अंक तक की गिरावट आई। दोपहर 2.30 बजे बीएसई सेंसेक्स में 860.66 अंकों या 1.51% की गिरावट आ चुकी थी और इंडेक्स 56,115.33 के स्तर पर था. वहीं, एनएसई निफ्टी 253.45 अंकों या 1.48% की गिरावट के साथ 16,815.65 के स्तर पर था।
आपको बता दें कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक 6-8 जून को होनी थी पर इससे पहले ही ग्लोबल स्थितियों को देखते हुए आरबीआई ने आज रेपो रेट में 0.40 फीसदी का इजाफा कर दिया है। इससे पहले 6-8 अप्रैल को एमपीसी की बैठक में ब्याज दरों में कोई इजाफा नहीं किया गया था। आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि देश में महंगाई के बढ़ते दबाव को देखते हुए ऐसा करना आवश्यक हो गया है। इसके अलावा जियो-पॉलिटिकल स्थितियों के मुताबिक भी देश में नीतिगत दरों में बदलाव करना जरूरी हो गया था।
आरबीआई ने पौने चार साल बाद पॉलिसी रेट बढ़ाए हैं। रिजर्व बैंक ने अगस्त 2018 के बाद पहली बार नीतिगत दर में बढ़ोतरी की है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने ही अपने उदार रूख को वापस लेने के इरादे की घोषणा की थी। उनकी इस घोषणा के बाद अनुमान जताया जा रहा था कि आरबीआई जून में ही बेंचमार्क रेट में वृद्धि कर सकती है।