- 14/07/2022
मूसलाधार बारिश से बस्तर के इन इलाकों में मचा हाहाकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस समय मानसून पूरी तरह से मेहरबान हो चुका है। प्रदेश के बस्तर संभाग में मानसून की झमाझम बारिश से अधिकांश नदी.नाले उफान पर आ गए हैं। बस्तर की जीवन दायिनी इंद्रावती के साथ ही इसकी सहायक नदियां इस समय काफी उफान पर चल रही हैं। इसके अलावा अब प्रदेश के कई जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य पर पहुंच रहा है।
मौसम विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार बस्तर और बीजापुर जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते इंद्रावती नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर भी 8.300 मीटर खतरे के निशान से ऊपर निकल चुका है। बीजापुर जिले में NH-63 पर आवाजाही ठप हो गई है। जिससे कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। सुकमा में भी गोदावरी नदी भी उफान पर है और इसके बैकवॉटर के कारण शबरी नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। जिससे कोंटा इलाके में भी बाढ़ का संकट बना हुआ है। वहींए धमतरी में भी भारी बारिश के कारण रास्तो पर आवाजाही बंद होने से 50 गांव का संपर्क टूट गया है। जबकि एक आदमी के नाले में बह जाने की भी खबर है। प्रति सेकेंड 600 क्यूसेक पानी महानदी में रुद्री बैराज से छोड़ा जा रहा है।
शिवनाथ नदी एनीकेट के 8 फिट ऊपर बह रहा पानी
दुर्ग जिले के भिलाई.बालोद और राजनांदगांव में भी रुक.रुककर हो रही बारिश की वजह से शिवनाथ नदी एनीकट से 8 फीट ऊपर बह रही है। मोगरा बैराज से 6 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है और ट्विनसिटी में मंगलवार की रात 16.6 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया था। अगर इसी तरह बारिश हुई तो पुलगांव के पास पुराने पुल के ऊपर से पानी बहने लगेगा। दुर्ग भिलाई में अभी तक 296.6 मिमी बारिश हो चुकी है। हालाकि यह सामान्य से 5 फीसदी ही कम है। जिससे ट्विनसिटी में स्थिति लगभग सामान्य हो चुकी है।
बीजापुर में रिकॉर्ड 300 मिमी से अधिक बारिशर
बीजापुर जून अंत में बारिश सामान्य से 30 फीसदी कम थी। लेकिन पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 300.3 मिमी हुई तो वहीं बस्तर और उस के आसपास के इलाको में पिछले पांच दिन से हो रही धुआंधार बारिश से पिछले महीने की कमी पूरी हो गई है। बुधवार तक सामान्य से 4 प्रतिशत ज्यादा हो गई है। बस्तर संभाग के कई स्थानों पर अभी भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है।
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