- 11/09/2022
मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में 6 ठिकानों पर ED का छापा, 17 करोड़ कैश बरामद
कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. यहां ईडी ने मोबाइल गेमिंग ऐप संचालकों के 6 ठिकानों पर छापा मारा है. इस दौरान अब तक 17.32 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए हैं. साथ ही नोट गिनने के लिए 8 मशीनें लगाई गई हैं. कंपनी के प्रमोटर्स पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की गई.
ईडी ने यह कार्रवाई कोलकाता के गार्डनरीच इलाके में की. ईडी की टीमें शनिवार सुबह साल्ट लेक एजेंसी के केंद्र सरकार के कार्यालय परिसर से छापेमारी अभियान के लिए निकली. टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवान भी मौजूद रहे.
बताया जा रहा है कि आमिर खान नाम के एक व्यक्ति ने कुछ समय पहले ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था. इसे लोगों को धोखा देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था. इसके जरिए पहले उपयोगकर्ताओं का विश्वास जीता. इसके बाद लोगों ने एप के जरिए बड़ी मात्रा में इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया.
वहीं आमिर और अन्य के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420, 406, 409, 468, 469, 471, 34 के तहत 15 फरवरी 2021 में एफआईआर नं -30 दर्ज की थी. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक आमिर पर ये एफआईआर फेडरल बैंक के अधिकारियों की अदालत में दायर शिकायत पर दर्ज की गई. फेडरल बैंक के अधिकारियों ने ये शिकायत एलडी की अदालत में मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोलकता को की थी.
जानिए पूरा मामला
नेसर अहमद खान के बेटे आमिर खान ने ई-नगेट्स (E-Nuggets) नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था. इसे जनता को धोखा देने के मकसद से डिजाइन किया गया था. शुरुआती दौर में इसे इस्तेमाल करने वालों को कमीशन के साथ इनाम भी दिया गया. तब इसके वॉलेट से ये कमीशन और ईनाम आसानी से निकाला जा सकता था. इस तरह से इस एप को इस्तेमाल करने वालों लोगों का इस पर यकीन कायम हो गया. लोगों ने बढ़े हुए कमीशन को पाने के लिए एप में अधिक पैसा और अधिक संख्या में खरीद ऑर्डर बुक करने शुरू कर दिए. इस बहाने इस एप ने जनता से अच्छी खासी रकम वसूल ली.
अपग्रेडेशन के नाम पर बहानेबाजी
बताया जा रहा है कि बाद में अचानक एप ने लोगों के वॉलेट में से कोई न कोई बहाना बनाकर पैसे निकालने पर रोक लगा दी. इन बहानों में कभी सिस्टम अपग्रेडेशन तो कभी एलईए की जांच होने जैसे बहाने शामिल थे. ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक इसके बाद प्रोफाइल जानकारी सहित सभी डेटा को एप सर्वर से मिटा दिया गया. इसके बाद ही इस एप का इस्तेमाल करने वाले लोगों को ये चाल समझ में आई.
नकली अकाउंट्स का इस्तेमाल
तलाशी अभियान के दौरान ईडी के अधिकारियों ने पाया कि ये संस्थाएं नकली अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रही थीं. ईडी की जांच में अब तक 7 करोड़ रुपये से अधिक कैश बरामद किया जा चुका है. इतना ही नहीं, नोटों की गिनती फिलहाल जारी है. साथ ही तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
इन जगहों पर हुई कार्रवाई
कोलकाता के पार्क स्ट्रीट, मैकलियॉड स्ट्रीट, गार्डन रीच और मोमिनपुर में ईडी की अलग-अलग टीमें सुबह से ही छापेमार कार्रवाई की. केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों के साथ ये टीमों ने तलाशी अभियान भी चलाया. यहां उन्हें अच्छी खासी मात्रा में नकदी जब्त की. यहां एक बड़े ट्रंक में ये नोट रखे थे. नोट इतने अधिक थे कि ईडी को इसे गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी. ईडी को व्यापारी के पास इस नकदी के सोर्स को लेकर कोई वाजिब जानकारी नहीं मिली.
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