- 10/04/2024
पहले चरण के चुनाव के लिए हाई सिक्योरिटी, बस्तर में मतदान के लिए 1 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात
बस्तर लोकसभा के लिए पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को मतदान होना है। वहीं दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को कांकेर लोकसभा क्षेत्र में मतदान कराए जाएंगे। ऐसे में नक्सली हमेशा की तरह चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ही केंद्रीय चुनाव आयोग ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बस्तर में तैनात किया है।
छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील क्षेत्र है। यहां आये दिन नक्सली सुरक्षाबलों को निशाना बनाने छोटी बड़ी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। इसी बस्तर संभाग में लोकसभा की 2 सीटें आती है। इस सीट से कांग्रेस और भाजपा सहित कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस लिहाज से बस्तर में सुरक्षित तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए पुलिस समेत केंद्रीय रिजर्व फोर्सेस के लगभग 1 लाख से अधिक जवानों को इस क्षेत्र में तैनात किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात
बस्तर संभाग की 2 लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए काम शुरू हो गया है। चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित व व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न कराने के लिए बस्तर में DRG, STF, बस्तर फाइटर्स, कोबरा और केंद्रीय अर्धसैनिक बल सीआईएसएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी बल पहले से तैनात हैं।
दंतेवाड़ा में कड़ी सुरक्षा
दंतेवाड़ा में भी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए जिले के सरहदी इलाकों में चुनाव संबंधी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। जिले में अन्य राज्यों से और कांकेर जिले से 25 सीआरपीएफ की कंपनियां पहुंची है। इसके अलावा जिले में पहले से तैनात सीआरपीएफ की 20 कंपनियों को चुनाव कार्य के लिए दंतेवाड़ा पुलिस को सौंपा गया है।
ड्रोन कैमरे से कर रहे निगरानी
किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने 3 लेयर सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है। संवेदनशील जगहों की ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा की आशंका के मद्देनजर जिले के अंदरूनी इलाकों में लगातार गश्त और सर्चिंग जारी है। जिले में कुल लगभग 8000 की संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराया जा सके।