- 06/08/2022
NRI समन्वयक की नियुक्ति पर NACHA ने जताई नाराजगी, सीएम से की बदलने की मांग
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा NRI सेल समन्वयक की नियुक्ति पर छत्तीसगढ़ी अप्रवासी भारतीयों (नाचा) ने नाराजगी जताई है। नाचा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को को पत्र लिखकर नियुक्त समन्वय को बदलने की मांग की है।
नाता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विभिन्न देशों में निवासरत छत्तीसगढ़ के अप्रवासी भारतीयों को एक सूत्र में जोड़ने एवं विश्वपटल पर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक गरिमा को बनाये रखने के लिए NRI सेल का गठन किया गया है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर कार्य करने वाली एकमात्र सबसे सशक्त संगठन NACHA को “समन्वयक की नियुक्ति” से पहले छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सूचित नहीं किया गया है जो कि चिंता का विषय है। क्योंकि हजारो की संख्या में इस संगठन से कई देशों के लोग जुड़े हुए हैं।
नाचा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने इस नियुक्ति का कड़ा विरोध किया है। 18 देशों के NACHA के अधिकारियों द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को नियुक्ति पर पुनर्विचार के लिए पत्र लिखा गया है। वर्तमान में नियुक्त समन्वयक नाचा का सदस्य नही है। ज्ञात हो कि NACHA द्वारा पिछले कई वर्षों से NRI डिवीजन बनाने के लिए पहल किया गया था।प्रस्ताव बनाकर पूर्व भाजपा सरकार और फिर वर्तमान सरकार को सौंपा गया था।आश्चर्य की बात यह है नियुक्ति से पहले एनआरआई समुदाय को शामिल या सूचित नहीं किया गया है। नाचा छत्तीसगढ़ NRI के लिए एकमात्र कानूनी संगठन है, जिसकी 18 देशों में उपस्थिति है और भारत के बाहर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को लगातार बढ़ावा देता रहा हैं।
नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न बरेठ ने कहा कि गौरतलब है कि NACHA को शामिल किए बगैर वैश्विक मंच पर कार्य कर पाना बेहद मुश्किल है।बेहतर होता छत्तीसगढ़ सरकार इस विषय पर नाचा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर लेती। इतनी बड़ी संगठन के जानकारी के बगैर नियुक्ति हास्यपद है। नियुक्त व्यक्ति को कैसे नामांकित किया गया था और वर्तमान सरकार के साथ उसका क्या संबंध है, और उसके नाम की सिफारिश किसने की थी। यह बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है। भारतीय प्रवासी भारत के लिए एक ब्रांड एंबेसडर हैं और NACHA के सभी लोग छत्तीसगढ़ के लिए एक ब्रांड एंबेसडर हैं।
नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष तिजेंद्र साहू ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार को NACHA के सदस्यों में से ही नियुक्त करना चाहिए ताकि NACHA से जुड़े हुए हजारों अप्रवासी भारतीयों में नवीन ऊर्जा का संचार हो। NACHA छत्तीसगढ़ी संस्कृति, विरासत, भाषा आदि का एक प्रबल प्रचारक रहा है।NACHA ने छत्तीसगढ़ी को एक भाषा के रूप में बढ़ावा देने वाली पहल की हैं और छत्तीसगढ़ के लोगों को अंतराष्ट्रीय समुदाय के साथ निर्बाध रूप से बातचीत करने में सक्षम बनाएगी। इतना ही नहीं NACHA के अथक प्रयासों से छत्तीसगढ़ सरकार और छत्तीसगढ़ी अप्रवासी भारतीयों के बीच एक निरंतर संपर्क रहा है; दुनिया के विभिन्न हिस्सों में महावाणिज्य दूत,और सीजी एनआरआई जुड़े हुए हैं।
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