- 19/03/2024
छत्तीसगढ़ की सबसे हॉट सीट का क्या है हाल, भूपेश बघेल के सामने बीजेपी प्रत्याशी कितने मजबूत, जानिए सियासी समीकरण ?
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में इस बार राजनांदगांव हॉट सीट है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह यहां से विधायक हैं. इसके साथ ही कई पूर्व मंत्री और कांग्रेस और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनांदगांव जिले से आते हैं..लेकिन इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प इसलिए हो जाता है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस सीट से खड़ा किया गया है.
इधर, भाजपा ने संतोष पांडे पर दांव लगाया है तो कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. हालांकि, बीजेपी के लिए राजनांदगांव सीट सबसे सेफ सीट मानी जाती है. लेकिन इस बार कांग्रेस कैंडिडेट भूपेश बघेल के इस सीट से चुनाव लड़ने से समीकरण बदल सकते हैं. पहले ये जान लेते हैं कि यहां से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का राजनीतिक बैकग्राउंड क्या है?
भूपेश बघेल को जानिए…
- 23 अगस्त 1961 को दुर्ग जिले में जन्म हुआ
- किसान परिवार में जन्मे भूपेश बघेल
- 80 के दशक में यूथ कांग्रेस के सदस्य रहे
- साल 1990 से 1994 तक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे
- 1993 में पहली बार पाटन विधानसभा से जीते
- 2000 में छग गठन के बाद पाटन से विधायक बने
- साल 2003 में फिर से पाटन से विधायक बने
- साल 2008 में विधायकी का चुनाव हार गए
- साल 2013 में फिर से पाटन से जीत दर्ज की
- साल 2018 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने
संतोष पांडेय को जानिए…
- वर्तमान में राजनांदगांव लोकसभा के सांसद
- 31 दिसंबर 1967 को कबीरधाम में जन्म हुआ
- पिता शिव प्रसाद पांडेय BJP मंडल अध्यक्ष रहे
- माता सोना देवी अविभाजित MP में जिला पंचायत सदस्य रहीं
- संतोष पांडेय मंडल अध्यक्ष से लेकर BJYM जिलाध्यक्ष रहे
- भाजपा में दो बार प्रदेश महामंत्री के पद पर रहे
- कृषि उपज मंडी कवर्धा के अध्यक्ष भी रहे
- खेल एवं युवा कल्याण आयोग के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे
- साल 2003 में वीरेंद्र नगर विधानसभा से चुनाव लड़ा
- राजनांदगांव लोकसभा से सांसद बने
राजनांदगांव सीट का इतिहास
- 2009 से राजनांदगांव सीट पर BJP का कब्जा
- 2009 में BJP के मधुसूदन यादव ने 54.7% वोटों से जीते
- 2014 में रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह सांसद बने
- 2019 में भाजपा के ही संतोष पांडे चुनाव जीते
जनता के प्रमुख मुद्दे
26 जनवरी 1973 को अलग होकर राजनांदगांव जिला अस्तित्व में आया था. 8 विधानसभा वाले राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में चार जिले आते हैं. राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और नवगठित मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिला शामिल है. जहां मूलभूत सुविधाएं ही प्रमुख मुद्दे हैं. बेरोजगारों के लिए रोजगार बड़ा मुद्दा है. कोई बड़ा उद्योग राजनांदगांव जिले में नहीं है. नवगठित दोनों जिले का विकास अब तक नहीं हो पाया है.
कब होंगे चुनाव?
राजनांदगांव में दूसरे चरण में चुनाव होंगे. 3 सीटों पर दूसरे फेज की वोटिंग होगी. उसमें एक राजनांदगांव भी शामिल है. एक साथ महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर सीट पर चुनाव होंगे.
राजनांदगांव में कुल मतदाता
- कुल 16,88,647 वोटर्स
- 8,43,122 पुरुष, 8,45,495 महिलाएं2
- 019 में 13,07,033 मतदाताओं ने मतदान किया
- 2019 में 74 फीसदी मतदान हुआ था
भूपेश बघेल ऐसे तीसरे मुख्यमंत्री होंगे, जो राजनांदगांव सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा इसी सीट से खड़े हुए थे. इसके अलावा रमन सिंह भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि खास बात ये है कि दोनों ने मुख्यमंत्री बनने से पहले इस सीट से चुनाव लड़ा था.