• 03/09/2023

सनातन धर्म डेंगू-मलेरिया की तरह, इसे खत्म करना है, CM के बेटे के बयान से मचा बवाल

सनातन धर्म डेंगू-मलेरिया की तरह, इसे खत्म करना है, CM के बेटे के बयान से मचा बवाल

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तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की है, यही नहीं उन्होंने सनातन धर्म को खत्म करने के लिए कहा है। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि की सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी ने देश की सियासत गरमा दिया है। बीजेपी के साथ ही धार्मिक संगठनों ने उदयनिधि के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने तमिलनाडु के मंत्री के इस बयान पर INDIA गठबंधन से जवाब मांगा है।

दरअसल शनिवार 2 सितंबर को चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उदयनिधि ने कहा, “कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते। मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है। सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।”

सनातन धर्म के खिलाफ इस भड़काउ बयान पर सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं।

‘इंडिया’ और कांग्रेस दे जवाब- बीजेपी

उदयनिधि के इस बयान पर बीजेपी ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन से इस पर जवाब मांगा है। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “एमके स्टालिन इंडिया गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं और उनके बेटे सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से कर रहे हैं और इसे खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के दूसरे सदस्यों को अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए कि वे लोग इकठ्ठे होकर गठबंधन बना रहे हैं या सनातन धर्म को खत्म करने के लिए इस तरह की बयानबाजी करवा रहे हैं?”

80 फीसदी आबादी के नरसंहार का आह्वान- अमित मालवीय

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है। उनका मानना ​​है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल विरोध किया जाना चाहिए। संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहा है। द्रमुक विपक्षी गुट का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस का दीर्घकालिक सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी?”

मोदी से नहीं सनातन धर्म से लड़ रहा INDIA गठबंधन

हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा, “स्टालिन के मंत्री को समझना चाहिए कि सनातन धर्म कोई चॉकलेट या बताशा नहीं है कि मुंह में डालो और गल जाएगा। सनातन धर्म सदियों से अस्तित्व में है और रहेगा. इंडिया गठबंधन से जुड़े लोग पीएम मोदी और बीजेपी से नहीं, ‘सनातन धर्म’ से लड़ रहे हैं। उनका उद्देश्य ‘सनातन धर्म’ को खत्म करना है। ये लड़ाई अब मोदी और इंडिया गठबंधन में नहीं है। ये लड़ाई अब विचारधारा की लड़ाई है। सुर और असुरों की लड़ाई है।  हम कभी भी स्टालिन विचारधारा को निशाना नहीं बनाते हैं या ईसाई धर्म या इस्लाम पर टिप्पणी नहीं करते हैं, फिर वे ‘हिंदू सनातन’ को क्यों निशाना बना रहे हैं? उनको आपत्ति होती तो मोदी पर बोलते, सत्ता पक्ष पर बोलते।”

कांग्रेस ने किया किनारा

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, “कांग्रेस का रुख साफ है, हम किसी धर्म पर टिप्पणी नहीं करना चाहते या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते। हम बाबा साहब अंबेडकर के ‘सर्वधर्म समभाव’ की भूमिका साथ लेकर चलते हैं, किसने क्या बोला वे हमारे हाथ में नहीं है।”

तत्काल माफी मांगें- आरजेडी

RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “सनातन धर्म पर किसी को सवाल उठाने का अधिकार नहीं है। सनातन के नाम पर भाजपा राजनीति भी करती रही है। ये राजनीति का विषय नहीं है। किसी ने इस प्रकार का बयान दिया है तो उन्हें अविलंब सनातनियों से माफी मांगनी चाहिए इस बयान को वापस लेना चाहिए।”