• 11/12/2023

IT रेड में 300 करोड़ से ज्यादा कैश हुआ बरामद, 1947 में पिता ने भारत सरकार के लिए खोल दिए थे तिजौरी के ताले, दिया था इतना दान.. जानें कौन हैं कांग्रेस सांसद धीरज साहू?

IT रेड में 300 करोड़ से ज्यादा कैश हुआ बरामद, 1947 में पिता ने भारत सरकार के लिए खोल दिए थे तिजौरी के ताले, दिया था इतना दान.. जानें कौन हैं कांग्रेस सांसद धीरज साहू?

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इंकम टैक्स की रेड से सुर्खियों में आए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। धीरज साहू से जुड़े ठिकानों और संस्थानों से अब तक 300 करोड़ से ज्यादा की नगदी बरामद हो चुकी है। जबकि नोटों की गिनती अभी भी जारी है। इसके अलावा बड़े पैमाने पर ज्वेलरी भी बरामद हुई है। धीरज साहू का के पिता और दादा 100 साल से शराब के कारोबार से जुड़े हुए हैं। उनके परिवार का देशी शराब का कारोबार झारखंड, ओडिशा सहित देश के 7 राज्यों में फैला हुआ है। देश को जब आजादी मिली उस दौरान धीरज साहू के परिवार ने अपनी संपत्ति का बहुत बड़ा हिस्सा देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए भारत सरकार को दान में दे दी।

धीरज साहू का पैतृक निवास लोहदरगा है। उनका परिवार खानदानी रईस है। इनके पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू और मां का नाम सुशीला देवी है। उनके पिता बलदेव साहू एक स्वतंत्रता सेनानी थे। इस वजह से कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं से उनके बड़े अच्छे संबंध रहे हैं। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जब आजादी की लड़ाई के दौरान कार्यक्रमों में हिस्सा लेने जब आते थे तो वे उनके यहां ही रुकते थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी जब चुनाव प्रचार के लिए आती थी तब उनके यहां ही रुकती थी।

पिता ने 47 किलो सोना और 47 लाख दिए थे दान

1947 में जब देश को आजादी मिली, उस वक्त धीरज साहू के पिता बलदेव साहू ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 47  लाख रुपये नगद और 47 किलो सोना भारत सरकार को दान में दे दिया था।

धीरज साहू का परिवार 100 साल से ज्यादा समय से कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। उनके परिवार का पुश्तैनी कारोबार शराब का है। बताया जाता है कि उनके बड़े भाई शिव प्रसाद साहू रांची सीट से दो बार निर्वाचित हुए। उस दौर में लोकसभा और विधानसभा की टिकट से लेकर मंत्री पद तक उनके परिवार की सिफारिश से ही तय होता था। कांग्रेस के वित्तीय पोषण में भी साहू परिवार की भूमिका अहम रहती थी।

धीरज साहू लंबे वक्त तक यूथ कांग्रेस में लंबे वक्त तक काम किया। इसके बाद वे जिला और प्रदेश की राजनीति में भी सक्रिय रहे। साल 2009 में कांग्रेस ने चतरा लोकसभा सीट से धीरज साहू को टिकट दिया था लेकिन वे चुनाव हार गए। कुछ ही दिन बाद हुए राज्यसभा उपचुनाव में धीरज साहू झारखंड से सांसद निर्वाचित हुए। साल 2010 में दूसरी बार और साल 2018 में तीसरी बार वे राज्यसभा से सांसद निर्वाचित हुए।