• 25/02/2024

ACB और EOW का छापा: ढांढ, टुटेजा सहित 3 पूर्व IAS, अनवर ढेबर और शराब कारोबारियों के 13 से ज्यादा ठिकानों पर छापा

ACB और EOW का छापा: ढांढ, टुटेजा सहित 3 पूर्व IAS, अनवर ढेबर और शराब कारोबारियों के 13 से ज्यादा ठिकानों पर छापा

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छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 6 हजार करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ACB और EOW ने बड़ी कार्रवाई करते 13 से ज्यादा जगहों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की है। ACB और EOW ने जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है उनमें पूर्व IAS अनिल टुटेजा, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, IAS निरंजन दास, भाटिया डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी और अनवर ढेबर सहित घोटाले से जुड़े लोगों शामिल हैं।

ACB और EOW की यह कार्रवाई रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग-भिलाई में चल रही है। ACB और EOW की टीम बिलासपुर, सरगांव के भाटिया डिस्टलरी, कोटा के वेलकम डिस्टलरी, दुर्ग जिले के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी के अलावा पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, पूर्व आईएएस निरंदास दास, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, सरकारी शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी, आबकारी अधिकारी सौरभ बख्शी, अशोक सिंह, अरविंद सिंह, सिद्धार्थ सिंघानिया, अनवर ढेबर और नोएडा में विधु गुप्ता के ठिकानों पर पहुंची। इन सभी का नाम ईडी की चार्जशीट में शामिल है।

आपको बता दें ईडी के पत्र के आधार पर ACB और EOW ने इस साल जनवरी 2024 में घोटाले के आऱोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी। जो एफआईआर दर्ज किया गया है उसमें अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को शराब घोटाला का मास्टरमाइंड बताया गया है। एफआईआर में शामिल बाकी IAS अफसर और अन्य सरकारी अफसरों को इनका सहयोगी बताया गया था। एफआईआर में कहा गया है कि शराब घोटाला से होने वाली आमदनी का एक बड़ा हिस्सा इन्हीं तीनों को जाता था।

ईडी ने ने शराब और कोयला घोटाला मामले में दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 100 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल है। इनके अलावा 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर और कांग्रेस कोषाध्यक्ष समेत अन्य के नेताओं को आरोपी बनाया गया है।