• 08/09/2022

OMG: इस गांव में जहरीली चीटियों ने बोला हमला, घर छोड़ने को मजबूर हुए ग्रामीण

OMG: इस गांव में जहरीली चीटियों ने बोला हमला, घर छोड़ने को मजबूर हुए ग्रामीण

Follow us on Google News

ओडिशा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पुरी जिले के एक गांव में चीटियों ने धावा बोल दिया है. आलम ये है कि अब इन चीटियों की वजह से ग्रामीण इस गांव से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. गांव में मकानों से लेकर पेड़ों तक हर जगह इन चीटियों की झुंड मौजूद है.

दरअसल, पूरा मामला पुरी जिले के ब्राह्मनशाही गांव का है. यहां बीते दिनों बाढ़ का पानी उतरा तो ग्रामीणों के लिए नई मुसीबत ये लाल चीटियां बन गई हैं. इन चीटियों से निजात पाने के लिए वैज्ञानिकों को अभियान चलाना पड़ा है. इसके बावजूद गांव में मकानों से लेकर पेड़ों तक, हर जगह इन चींटियों के झुंड मौजूद हैं.

बताया जा रहा है कि इन चीटियों ने कई ग्रामीणों को काट भी लिया है, इससे लोगों की त्वचा पर सूजन और जलन की शिकायतें सामने आ रही है. कीटनाशक पाउडर डालने के बावजूद इन लाल चीटियों से ग्रामीणों को राहत नहीं मिल रही है. ये चीटियां यहां तक की जानवरों और छिपकलियों तक को नहीं छोड़ रहीं हैं, उन्हें भी अपना शिकार बना रही हैं.

स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के तीन परिवारों ने चीटियों से तंग आकर गांव छोड़ दिया है और अपने रिश्तेदारों के घर रह रहे हैं. स्थिति ऐसी है कि ग्रामीण अब बैठने और सोने से पहले अपने चारों ओर कीटनाशक का घेरा बनाते हैं. अपने परिवार के साथ रिश्तेदार के यहां रह रही रेणुबाला दास ने बताया, चीटियों ने हमारी जिंदगी नारकीय बना दी है. हम न तो ठीक से बैठ पा रहे हैं और न खा पा रहे हैं. बच्चे भी चीटियों के डर से पढ़ नहीं पा रहे हैं.

बता दें कि ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालऔर जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के लिए अभियान चलाया है. ओयूएटी के वैज्ञानिक संजय मोहंती ने बताया कि गांव नदी और झाड़ियों युक्त जंगल से घिरा है. उन्होंने बताया कि नदी किनारे और झाड़ियों में रहने वाली चीटियों ने गांव की ओर पलायन किया है क्योंकि उनके रहने के स्थान पानी में डूब गए थे.

मोहंती ने कहा कि यह गांव में नई परिपाटी है, जहां पर करीब 100 परिवार रहते हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि हम उस स्थान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां से चीटियां आ रही हैं. एक बार स्थान का पता लगने के बाद उसके दो मीटर के दायरे में कीटनाशकों का छिड़काव किया जा सकता है.