• 10/01/2024

‘कारसेवक अराजक तत्व थे उन पर गोली चलाना सही’, स्वामी प्रसाद मौर्य का फिर विवादित बयान

‘कारसेवक अराजक तत्व थे उन पर गोली चलाना सही’, स्वामी प्रसाद मौर्य का फिर विवादित बयान

Follow us on Google News

अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताते हुए उन पर गोली चलाने के आदेश को जायज बताया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी। बिना किसी न्यायालय के आदेश और बिना किसी प्रशासनिक आदेश के बड़े पैमाने पर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। तब तत्कालिन सरकार ने संविधान की रक्षा के लिए, कानून की रक्षा के लिए और अमन चैन कायम रखने के लिए उस समय जो गोली चलवाई थी। वो सरकार का अपना कर्तव्य था। सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था और एसपी सिंह बघेल भी उस वक्त सपा में थे।”

हिंदू धर्म एक धोखा है 

इससे पहले मौर्य ने कहा था, “हिंदू धर्म एक धोखा है। वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। यह जीवन जीने की एक शैली है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है।”

इससे पहले भी स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू धर्म को लेकर लगातार विवादित बयान देते आए हैं। वे मां लक्ष्मी और राम चरित मानस को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं।

मुलायम ने दिए थे गोली चलाने के आदेश

आपको बता दें 33 साल पहले 1990 में राम मंदिर आंदोलन के दौरान हनुमान गढ़ी जा रहे कारसेवकों पर तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने गोली चलाने का आदेश दिया था। इस घटना में 5 लोगों की मौत हो गई थी। उस दौरान मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे। हालांकि कुछ साल बाद मुलायम सिंह यादव ने अपने उस आदेश पर अफसोस भी जताया था।

इसे भी पढ़ें: Big decision: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ा फैसला, 22 को स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद, प्रदेश में रहेगा ड्राइ-डे