• 10/10/2022

उद्धव और शिंदे गुट को आवंटित हुए शिवसेना के नए नाम, एकनाथ को नहीं मिला ये चुनाव चिन्ह

उद्धव और शिंदे गुट को आवंटित हुए शिवसेना के नए नाम, एकनाथ को नहीं मिला ये चुनाव चिन्ह

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चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में होने वाले आगामी उप-चुनाव के लिए शिवसेना उद्धव गुट और शिंदे गुट को नए नाम आवंटित कर दिया है. चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को चुनाव चिह्न के साथ पार्टी का नया नाम भी आवंटित कर दिया है. जबकि शिंदे गुट को अभी सिर्फ नया नाम ही मिला है, उनके चुनाव चिन्ह आवंटित नहीं किया गया है.

उद्धव गुट की शिवसेना का नया नाम “शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे” और “मशाल” चुनाव चिह्न मिला है. वहीं, शिंदे गुट की शिवसेना को भी नया मिल गया है  इस गुट वाली पार्टी को चुनाव आयोग ने “बालासाहेबांची शिवसेना” नाम आवंटित किया है.

दरअसल, चुनाव आयोग ने दोनों गुटों से कहा है कि वे उपचुनावों के लिए अधिसूचित फ्री सिंबल की लिस्ट से अलग-अलग चुनाव चिह्न चुनें और 10 तारीख तक बता दें. जिसके बाद उद्धव गुट ने त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल चुनाव चिह्न विकल्प के रूप में दिए थे. इनमें से उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिह्न मिल गया.

बता दें कि उद्धव गुट को ‘त्रिशूल’ का चिह्न इसलिए नहीं मिला क्योंकि इसका धार्मिक संकेत है. ‘उगता सूरज’ इसलिए नहीं मिला क्योंकि यह तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रमुक के पास है. ‘मशाल’ चुनाव चिह्न 2004 तक समता पार्टी के पास था. उसके बाद से यह किसी को आवंटित नहीं था, इसलिए यह चिह्न उद्धव गुट को दिया गया है.

बहरहाल, शिंदे गुट को पार्टी का नया नाम तो मिला गया है, लेकिन चुनाव चिन्ह आवंटित नहीं हुआ है. इसका कारण यह है कि शिंदे गुट ने गदा, उगता सूरज और त्रिशूल में से कोई एक चिह्न मांगा था. ऐसे में गदा और त्रिशूल के धार्मिक संकेत होने के चलते दोनों चुनाव निशान शिंदे गुट को नहीं मिले. वहीं, उगता सूरज द्रमुक का चुनाव निशान होने के कारण नहीं मिला. हालांकि अब शिंदे गुट को 11 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक अपनी पसंद के 3 नए चुनाव चिह्न बताने होंगे. जिसके आधार पर आगे फैसला होगा.

गौरतलब है कि 3 नवंबर को महाराष्ट्र के अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. जिसको लेकर चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है. यह सीट शिवसेना के विधायक रमेश लटके के निधन के बाद खाली हुई है. रमेश अपने परिवार के साथ दुबई गए थे, जहां दिल का दौरा पड़ने के कारण 12 मई को उनका निधन हो गया.