• 22/02/2024

CBI Raid: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के ठिकानों पर CBI छापा, PM मोदी के हैं आलोचक

CBI Raid: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के ठिकानों पर CBI छापा, PM मोदी के हैं आलोचक

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और पीएम मोदी के घोर आलोचक सत्यपाल मलिक के घर और दफ्तर पर सीबीआई ने छापा मारा है। मलिक के अलावा सीबीआई 30 से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। सीबीआई की ये छापामार कार्रवाई केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर प्रस्तावित कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2019 में 2200 करोड़ रुपये के सिविल वर्क का कॉन्ट्रैक्ट जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में की जा रही है।

ये पहला मौका नहीं है जब सीबीआई ने किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट मामले में सत्यपाल मलिक के ठिकानों पर छापेमारी की है। इससे पहले पिछले साल मई 2023 में भी सीबीआई ने 12 जगहों पर छापा मारा था। जिसमें सत्यपाल मलिक के मीडिया एडवाइजर सौनक बाली का नाम भी शामिल था।

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तानाशाह ने कराई रेड- सत्यपाल मलिक

सीबीआई के छापे पर सत्यपाल मलिक बयान आया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे सहायक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। में किसानों के साथ हूं।”

300 करोड़ रिश्वत की पेशकस का लगाया था आरोप

आपको बता दें सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य का गवर्नर रहते (तब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश नहीं बना था) परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।

सत्यपाल मलिक पीएम मोदी पर लगा चुके हैं गंभीर आरोप

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक गाहे-बगाहे अक्सर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते रहते हैं। उन्होंने पुलवामा हमले के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदारल ठहराया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि CRPF ने जम्मू से श्रीनगर जाने के लिए 4 एयरक्राफ्ट मांगे थे। लेकिन गृह मंत्रालय ने उनके अनुरोध पर एक्शन नहीं लिया, जिसकी वजह से उन्हें सड़क के रास्ते जाना पड़ा था और पुलवामा हमला हो गया।

किसानों के मुद्दे पर भी सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जब मैं ने किसानों से बात करने के लिए पीएम मोदी को कहा तो उन्होंने मुझसे कहा कि किसान खुद ही चले जाएंगे। फिर दो महीने बाद कृषि कानूनों को वापस ले लिया और तब से ही मेरी बातचीत पीएम मोदी के साथ बंद हो गई।