- 08/05/2024
…जब शेखर सुमन ने भगवान की मूर्तियों को बाहर फेंक दिया, धर्म भी बदला.. भगवा पार्टी में शामिल हुए एक्टर ने खोला जिंदगी का सबसे बड़ा राज
बॉलीवुड एक्टर शेखर सुमन एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। वे अपनी नई वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ में मनीषा कोइराला के साथ जबरदस्त इंटीमेंट सीन दिया है। इसके साथ ही वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद वे फिर से चर्चा में आ गए हैं। शेखर सुमन की जिंदगी में एक वक्त वह भी आया जब उन्होंने घर में रखी भगवान की मूर्तियों को फेंक दिया। यहां तक कि धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म को अपना लिया।
इसलिए उठा भगवान पर से विश्वास
कनाडा के कनेक्ट एफएम को दिए एक इंटरव्यू में शेखर सुमन ने अपनी जिंदगी के उन दर्द भरे पन्नों को पलटा। उन्होंने बताया कैसे उनकी जिंदगी में सबसे बड़ी ट्रेजडी आई। जब उन्होंने अपने 11 साल के मासूम बेटे को खो दिया। अपने दिवंगत बेटे आयुष को याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उसकी बीमारी का इलाज कराने की हर मुमकिन कोशिश उन्होंने की। लेकिन हर कोशिश के बाद भी अपने बटे को वो बचा नहीं पाए। जिसके बाद उनका भगवान पर से विश्वास उठ गया।
मूर्तियां बाहर फेंक दी
शेखर सुमन ने कहा कि घर का मंदिर बंद कर दिया था, सभी मूर्तियां ले जाकर बाहर फेंक दी। मैंने कहा कि उस भगवान के पास कभी नहीं जाउंगा, जिसने इतना बड़ा दर्द दिया। मुझे इतना दुख दिया, एक खूबसूरत मासूम बच्चे का जान ले ली।
धर्म तक बदला
दरअसल शेखर सुमन के बड़े बेटे आयुष को दिल की बीमारी थी। बेटे जिंदगी और मौत की जंग से बचाने के लिए मंदिरों और मजारों में माथा टेका, बेटे की जिंदगी के लिए दुआ मांगी। यहां तक कि बौद्ध धर्म तक को अपना लिया। इलाज के लिए उसे लंदन तक ले गए। लेकिन बेटे को बचा नहीं सके। जिसके बाद भक्ति से उनका भरोसा उठ गया।