• 28/07/2022

जोधपुर में पानी का सैलाब : नागरिकों को बचाने सेना ने संभाला मोर्चा

जोधपुर में पानी का सैलाब : नागरिकों को बचाने सेना ने संभाला मोर्चा

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द तथ्य डेस्क। राजस्थान में इस वर्ष हो रही जोरदार बारिश से हालात अब बेकाबू होने लगा है। आलम यह है कि जोधपुर में बाढ़ से नागरिकों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। बीते तीन दिनों में हुई झमाझम बारिश से 7 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जोधपुर की है।

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सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में अब तक सामान्य से 55 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। अत्यधिक बारिश के चलते ही हालात बेकाबू हो गया है। बारिश में थोड़ी कमी आते ही अब राहत व बचाव का काम युद्ध स्तर पर जारी हो गया है। निचले इलाकों में फंसे नागरिकों तक दवाई, पानी, भोजन आदि पहंुचाया जा रहा है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जोधपुर की है। यहां जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना की टीम भी उतर चुकी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव का काम शुरू हो चुका है। यहां के कई इलाकों में अभी भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है, लोगों को नाव के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है।

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वहीं घरों में फंसे लोगों को भोजन आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। जोधपुर में बीते 15 में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है, तीन दिन में यहां करीब 10 इंच पानी बरसा है। जिसके चलते हालात बेकाबू हो गया है। भारी बारिश के चलते जोधपुर के अंदर तीन दिन में 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें पांच बच्चे, एक महिला और एक पुरूष शामिल है। बारिश थोड़ा कम होने के बाद अब सर्वत्र पानी ही पानी नजर आ रहा है। गांव-गांव और शहर पानी से लबालब हो चुके हैं। बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो चुका है।

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15 मजदूरों को बचाया गया :
आज सुबह करीब 4 बजे बारिश थोड़ा कम होने के बाद सेना की टीम ने एक गुरुवार सुबह न्यू रूपनगर में फंसे मजदूरों को बचाया। ये मजदूर बाढ़ में फंसे हुए थे और बाहर निकलने का रास्ता देख रहे थे। इसी तरह बासनी स्थित डर्बी श्रमिक कालोनी को भी खाली करा लिया गया है। यहां की कमजोर इमारतों को देखते हुए तथा लगातार हो रही बारिश के चलते श्रमिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

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